रांचीः लगातार कई महीने से जारी किसान आंदोलन का आज एक दूसरा रूप देखने को मिला. गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली के लाल किला पर किसानों ने प्रदर्शन किया और दिल्ली में जमकर बवाल काटा. मामले को लेकर हर स्तर पर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने फिलहाल इस मामले में कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार किया है.
किसान आंदोलन को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा हमेशा ही मुखर रही है. झारखंड के मुख्य क्षेत्रीय पार्टी झामुमो की ओर से हमेशा ही किसानों के आंदोलन को समर्थन दिया गया है. मंगलवार को जिस तरीके से दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान हुआ. इस पूरे घटना को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने फिलहाल कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है. मामले को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य से बातचीत की और प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई तो उन्होंने कहा कि फिलहाल इस मामले पर झामुमो कोई टिप्पणी नहीं करेगी.
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हमेशा ही पार्टी के नेताओं की ओर से किसान आंदोलन का समर्थन दिया गया है. जब दिल्ली में इतनी बड़ी घटना घट हुई, तब झामुमो की ओर से कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. दिल्ली में मंगलवार को किसानों का जमावड़ा दिखा. आंसू गैस के गोले छोड़े गए, जमकर उपद्रवी हुआ और कई पुलिसकर्मियों के साथ-साथ आंदोलनकारी भी घायल हुए. इस मामले को लेकर देशभर में चर्चा है और लोग अपने-अपने तरीके से प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं.