रांची: इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग के समझौते को लेकर 14 जनवरी की तारीख अंतिम निर्धारित की गई है. इसको लेकर के झारखंड में सियासी चर्चा तेज थी. इस बात के कयास लगातार लगाए जा रहे थे कि झारखंड मुक्ति मोर्चा कितने सीटों पर समझौता करेगी. हालांकि यह बैठक रांची में ही होनी थी लेकिन अब सीट बंटवारे की बैठक दिल्ली में होगी.
झारखंड में कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के बीच सीट बंटवारे को लेकर के चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल दिल्ली जाएगा. झारखंड मुक्ति मोर्चा के उपाध्यक्ष चंपई सोरेन, केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य, विनोद पांडे और विधायक सुदिव्य कुमार सोनू इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं. यह सभी लोग 12 तारीख को दिल्ली रवाना होंगे और 13 तारीख को दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक के साथ बैठक कर सीट बंटवारे पर अंतिम मोहर लगाई जाएगी.
आपको बता दे कि इंडिया गठबंधन बनने के बाद यह तय हुआ था कि 14 जनवरी तक सभी राज्यों में सीटों का बंटवारा कर लिया जाएगा और इसी के तहत सभी राज्यों में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के साथ चल रहे दलों के बीच सीट बंटवारे को अंतिम रूप देना था. झारखंड में भी सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला नहीं हो पाया. कांग्रेस की तरफ से यह तय कर दिया गया है कि सीट बंटवारे पर अंतिम निर्णय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे करेंगे.
हालांकि झारखंड मुक्ति मोर्चा की तरफ से इस पर कोई चर्चा ही नहीं हुई थी. सीट बंटवारे को लेकर 4 सदस्यीय शिष्टमंडल जो 13 तारीख को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक के साथ वार्ता करेगा, उसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा झारखंड में सीटों के समझौते के साथ ही छह अन्य राज्यों में भी लोकसभा सीट की मांग करेगा. झारखंड के अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और असम में भी लोकसभा सीटों की दावेदारी करेगा. शुक्रवार को मुख्यमंत्री के साथ इन चारों नेताओं की बैठक हुई, जिसमें यह फैसला लिया गया है. यहां पर भी झारखंड मुक्ति मोर्चा के लोग चुनाव लड़ेंगे अब देखने वाली बात है कि कल की होने वाली बैठक में सीट बंटवारे का क्या फॉर्मूला निकल कर सामने आता है.
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