रांची: सरयू राय (Saryu Rai) के बाद झामुमो(JMM) ने भी रघुवर दास पर निशाना साधते हुए कहा है कि पूर्व सीएम रघुवर (Former CM Raghuwar) के कार्यकाल की जांच होनी चाहिए. झारखंड मुक्ति मोर्चा(JMM) ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास (Former CM Raghuwar Das) पर सरयू राय के गंभीर आरोपों को लेकर राज्य सरकार (State Government) से रघुवर दास(Raghuwar Das) के पूरे कार्यकाल की जांच के लिए सक्षम आयोग का गठन करने की मांग की है.
झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य(JMM Central General Secretary Supriyo Bhattacharya) ने कहा है कि विधानसभा सदस्य सरयू राय की बातों में दम है. इस पर राज्य सरकार को गौर करने की जरूरत है.
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सरयू राय ने लगाए हैं रघुवर दास पर कई आरोप
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य (JMM Central General Secretary Supriyo Bhattacharya) ने कहा कि वर्ष 2014 से वर्ष 2019 तक झारखंड में मुख्यमंत्री रहे रघुवर दास के मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सहयोगी और वर्तमान में झारखंड विधानसभा (Jharkhand Vidhansabha) के सदस्य सरयू राय ने अपने पूर्व मुख्यमंत्री पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं, जो तर्कसंगत है.
इस पर झारखंड सरकार को सोचने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सरयू राय ने रघुवर दास पर पिछले 5 वर्षों में लगभग 50 गंभीर आर्थिक घोटाले (Financial Scam) और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं जो चिंता का विषय है.
मंत्रिमंडलीय सहयोगी ने मुख्यमंत्री पर 35 लाख रुपये के टॉफी खरीद से लेकर 35 सौ करोड़ तक के गंभीर आरोप लगाए गए हैं. मैन हर्ट घोटाले से शुरू होकर यह यात्रा मुख्यमंत्री काल में लौह अयस्क समेत कई खनिजों के घोटाले, कंबल घोटाला, मोमेंटम झारखंड घोटाला, रोजगार घोटाला, नकली नक्सली सरेंडर पॉलिसी घोटाला, सिंचाई घोटाला, लैंड बैंक घोटाला, भूमि घोटाला , विदेश भ्रमण घोटाला, टी-शर्ट घोटाला, आईपीआरडी घोटाला जैसे कई भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं.
रघुवर के कार्यकाल में हुई है राजस्व की हानि
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि रघुवर दास के मुख्यमंत्री काल में शहरी विकास, कौशल विकास के नाम पर कई परियोजनाएं शुरू की गईं और उसमें सैकड़ों करोड़ों रुपए निवेश के पश्चात परियोजना का स्वरूप ही बदल दिया गया.
अर्बन हाट का निर्माण, स्किल डेवलपमेंट सेंटर का निर्माण, भगवान बिरसा मुंडा कला उद्यान सुंदरीकरण, विधानसभा के नए भवन निर्माण, उच्च न्यायालय के भवन निर्माण जैसी कई परियोजना में भारी अनियमितता और भ्रष्टाचार की गई है.
जिसमें राज्य को सैकड़ों करोड़ों रुपयों के राजस्व की हानि हुई है और इसके कारण स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, जन वितरण प्रणाली के क्षेत्रों में आधारभूत संरचनाओं का उपेक्षित विकास दर में रुकावट आई है.
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रघुवर दास के 5 वर्ष के कार्यकाल की हो जांच
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि इसलिए रघुवर दास के 5 वर्ष के कार्यकाल की जांच के लिए एक सक्षम आयोग का जल्द से जल्द गठन होने की जरूरत है. राज्य सरकार से झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इसकी मांग की है.