रांची: आरयू समेत राज्य के तमाम उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे विद्यार्थी कोरोना वायरस और इसके संक्रमण से बचने के लिए लॉकडाउन में ग्रामीण क्षेत्र की स्थिति का जायजा लेंगे और अध्ययन भी करेंगे. इसे लेकर यूजीसी के जरिए तमाम विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को एक पत्र लिखा गया है. इसी के तहत विश्वविद्यालयों ने अपने यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को इसे लेकर निर्देशित किया है.
विद्यार्थियों को कई तरह के टास्क दिए गए हैं. पत्र के माध्यम से यूजीसी ने कहा है कि विद्यार्थी ग्रामीणों को अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए भी जागरूक करने का प्रयास करेंगे. इससे जुड़ी रिपोर्ट बनाकर कॉलेज प्रबंधन के मार्फत वह यूजीसी को सौंपेंगे.
विद्यार्थी अपने अध्ययन के दौरान ग्रामीण स्तर पर कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए ग्रामीणों ने अब तक सबसे बेहतर क्या कदम उठाए हैं, इस विषय पर विशेष रूप से फोकस कर रिसर्च भी करेंगे.
यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षण कॉलेजों को पत्र के माध्यम से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि वह अपने-अपने स्तर पर कम से कम पांच-पांच गांव को गोद लें और कॉलेजों के विद्यार्थी की एक टीम बनाकर उन ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर उनकी समस्याओं को सुनें और कोरोना वायरस से कैसे बचा जाए, इसकी सुझाव भी ग्रामीणों को दें. ग्रामीणों के जरिए इस महामारी काल में सबसे बेहतरीन कार्य करने वाले लोगों पर अध्ययन भी करें.
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तकनीकी संस्थाओं के लिए कैलेंडर जारी
एआईसीटीई की ओर से तकनीकी संस्थानों के विद्यार्थियों के लिए एकेडमिक कैलेंडर जारी किया गया है. इस कैलेंडर के अनुसार 1 जुलाई 2020 से क्लास शुरू करने का निर्देश जारी हुआ है, जबकि नए छात्रों का सत्र 1 अगस्त 2020 से शुरू करने का निर्देश है, जोकि 30 जुलाई 2021 तक चलेगा.
नामांकन रद्द करने की पूरी प्रक्रिया 25 जुलाई तक पूरी करने को कहा गया है, क्योंकि 31 जुलाई तक इन कोर्सों में नामांकन प्रक्रिया खत्म हो जाएगी. गौरतलब है कि लॉकडाउन में धीरे-धीरे ढील दिए जाने की कवायद शुरू होते ही तमाम क्षेत्र अपने आप को सक्रिय करने में जुटे हैं. ऐसे में शिक्षा विभाग की भी सक्रियता शुरू हो चुकी है. धीरे-धीरे तमाम चीजों को पटरी पर लाने की कवायद भी अब तेज की जाएगी.