ETV Bharat / state

झारखंड राज्य अवर वन सेवा संघ ने अपनी मांगों को लेकर दिया धरना, 17 फरवरी से आमरण अनशन पर जाने का ऐलान - झारखंड राज्य अवर वन सेवा संघ के अध्यक्ष मनोरंजन कुमार

झारखंड राज्य अवर वन सेवा संघ अपनी 15 सूत्री मांगों को लेकर पिछले 10 दिनों से राजभवन के समक्ष धरने पर बैठा हुआ है. उनके तरफ से मुख्य रूप से वार्षिक वेतन वृद्धि देने की मांग की गई है.

झारखंड राज्य अवर वन सेवा संघ ने अपनी मांगों को लेकर दिया धरना,17 फरवरी से आमरण अनशन पर जाने का ऐलान
धरना पर बैठे लोग
author img

By

Published : Feb 15, 2020, 8:51 PM IST

रांचीः झारखंड राज्य अवर वन सेवा संघ पिछले 10 दिनों से राजभवन के समक्ष अपनी 15 सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठा हुआ है. इसमें मुख्य रूप से वार्षिक वेतन वृद्धि की मांग की गई है. ऐसे में संघ ने 17 फरवरी तक मांगें नहीं पूरी किए जाने पर आमरण अनशन पर जाने का मन बनाया है.

देखें पूरी खबर

और पढ़ें- सब्जी बेचने को मजबूर शहीद विजय सोरेंग की पत्नी, पारिवारिक विवाद के कारण अब तक नहीं मिला सरकारी लाभ

अधिकारी अनियमितता बरत रहे

झारखंड राज्य अवर वन सेवा संघ की ओर से विभागीय अनियमितता का आरोप लगाते हुए कहा गया है कि किसी जिले में वार्षिक वेतन वृद्धि की गई है, तो किसी में नहीं की गई है. साथ ही विभाग की ओर से परीक्षाएं भी ली जा रही है, जबकि जिनकी नियुक्ति ढाई साल पहले हुई है उनकी परीक्षा पहले ही हो चुकी है. कहीं ना कहीं संघ का मानना है कि विभाग के अधिकारी अनियमितता बरत रहे हैं.

दोहरा प्रावधान

संघ के कार्यकारी अध्यक्ष मनोरंजन कुमार ने शनिवार को कहा कि राज्य स्तरीय धरना पिछले 10 दिनों से चल रहा है और मुख्य रूप से वार्षिक वेतन वृद्धि देने की मांग की गई है. उन्होंने बताया कि ढाई साल पहले उनकी नियुक्ति हुई थी, लेकिन कुछ जिलों में वार्षिक वृद्धि वेतन दी गई है, जबकि कुछ जिलों में नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं दोहरा प्रावधान अपनाया जा रहा है. इससे विभाग की अनियमितता साफ दिख रही है. ऐसे में अगर सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तो संघ 17 फरवरी से आमरण अनशन पर बैठेगा.

रांचीः झारखंड राज्य अवर वन सेवा संघ पिछले 10 दिनों से राजभवन के समक्ष अपनी 15 सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठा हुआ है. इसमें मुख्य रूप से वार्षिक वेतन वृद्धि की मांग की गई है. ऐसे में संघ ने 17 फरवरी तक मांगें नहीं पूरी किए जाने पर आमरण अनशन पर जाने का मन बनाया है.

देखें पूरी खबर

और पढ़ें- सब्जी बेचने को मजबूर शहीद विजय सोरेंग की पत्नी, पारिवारिक विवाद के कारण अब तक नहीं मिला सरकारी लाभ

अधिकारी अनियमितता बरत रहे

झारखंड राज्य अवर वन सेवा संघ की ओर से विभागीय अनियमितता का आरोप लगाते हुए कहा गया है कि किसी जिले में वार्षिक वेतन वृद्धि की गई है, तो किसी में नहीं की गई है. साथ ही विभाग की ओर से परीक्षाएं भी ली जा रही है, जबकि जिनकी नियुक्ति ढाई साल पहले हुई है उनकी परीक्षा पहले ही हो चुकी है. कहीं ना कहीं संघ का मानना है कि विभाग के अधिकारी अनियमितता बरत रहे हैं.

दोहरा प्रावधान

संघ के कार्यकारी अध्यक्ष मनोरंजन कुमार ने शनिवार को कहा कि राज्य स्तरीय धरना पिछले 10 दिनों से चल रहा है और मुख्य रूप से वार्षिक वेतन वृद्धि देने की मांग की गई है. उन्होंने बताया कि ढाई साल पहले उनकी नियुक्ति हुई थी, लेकिन कुछ जिलों में वार्षिक वृद्धि वेतन दी गई है, जबकि कुछ जिलों में नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं दोहरा प्रावधान अपनाया जा रहा है. इससे विभाग की अनियमितता साफ दिख रही है. ऐसे में अगर सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तो संघ 17 फरवरी से आमरण अनशन पर बैठेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.