रांची: भारतीय जनता पार्टी ने 11 अप्रैल को 'हेमन्त हटाओ, झारखंड बचाओ' सचिवालय घेराव का कार्यक्रम बनाया है. पार्टी ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा ने आज संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि लोकप्रिय हेमंत सोरेन को हटाने की बात मुंगेरीलाल के हसीन सपने जैसा है.
हेमंत को हटाना मुंगेरीलाल के हसीन सपने: झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को हटाने का ख्वाब देखना मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखने जैसा है. उन्होंने कहा कि यह जानकारी मिल रही है कि गोड्डा से स्पेशल ट्रेन से भाजपा कार्यकर्ताओं को रांची लाया जा रहा है. ऐसे में ज्यादा से ज्यादा 4000 लोगों को ही भारतीय जनता पार्टी सचिवालय घेराव कार्यक्रम में जुटा सकती है. इतना तो यहां पर मंगलवारी मेले में भीड़ जुटती है.
स्पेशल ट्रेन चलाने की इजाजत कैसे: सुप्रिया भट्टाचार्य सवालिया लहजे में DRM आसनसोल और रेलवे के अन्य अधिकारियों से पूछा कि कई दिनों से आद्रा मंडल में ट्रेन का परिचालन बंद है. फिर गोड्डा से दुमका होते हुए रांची तक स्पेशल ट्रेन चलाने की इजाजत कैसे दी गई? सचिवालय घेराव के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने का खर्च कितना आया और किसने राशि वहन की? आंदोलन की वजह से जब ट्रेनें बंद हैं तो स्पेशल ट्रेन को चलाने के क्रम में कोई घटना घटी तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी?
अगले 50 साल के लिए आशीर्वाद: सुप्रिया भट्टाचार्य ने कहा दरअसल जनता ने 2019 में नकार दी भाजपा और उसके नेता राज्य की सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं, लेकिन उनका यह सपना पूरा नहीं होगा. झामुमो नेता ने कहा कि हेमंत सोरेन को यहां की जनता ने पांच साल सरकार चलाने का जनादेश दिया है और अगले 50 साल के लिए आशीर्वाद दिया है. इसलिए भाजपा के नेता चाहे जितनी भी ट्रेन में भरकर लोगों को रांची लाकर सचिवालय घेर लें, उसका कोई फायदा नहीं होने वाला है.
बीजेपी ने कहा हेमंत सरकार का जाना तय: वहीं, बीजेपी के प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा ने कहा कि झारखंड की महागठबंधन की सरकार को नींद से जगाने और 2019 चुनाव में किये वादे को याद दिलाने के लिए 11 अप्रैल को सचिवालय घेराव किया जाएगा. प्रदीप वर्मा ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार के तीन वर्षों में राज्य अराजकता के चरम पर पहुंच गया है. राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ गया है. विधि व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है. महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. किसान आत्महत्या कर रहे हैं. राज्य के युवा खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. ऐसे में हेमंत सोरेन सरकार का जाना तय है. प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा में भाजपा के सचेतक लक्ष्मीकांत वाजपेयी, प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा सहित कई नेता और विधायक शामिल हुए.