रांची: झारखंड के पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी और पुत्र अखिलेश महतो उर्फ राजू महतो ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मां रूपी सोरेन से उनके आवास पर मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया.
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इस मुलाकात को लेकर हालांकि न तो झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से और न ही पूर्व शिक्षा मंत्री की पत्नी और पुत्र की ओर से कोई बयान जारी किया गया है. बावजूद इसके यह कयास लगाए जा रहे हैं कि डुमरी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में दिवंगत जगरनाथ महतो की पत्नी चुनाव लड़ेंगी या बेटा, अभी तय नहीं है. पार्टी जल्द करेगी इसकी घोषणा.
उम्र को लेकर असमंजस: पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन से खाली हुई सीट पर उपचुनाव होना है. ऐसे में यह भी चर्चा में है कि अखिलेश महतो अभी 25 वर्ष के नहीं हुए हैं. विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम उम्र 25 वर्ष होना जरूरी है. पार्टी के कुछ नेताओं का कहना है कि कुछ महीनों में उनकी उम्र 25 वर्ष हो जाएगी. ऐसे में पार्टी के लिए दुविधा वाली स्थिति यह है कि अबतक गृहणी रहीं बेबी देवी को चुनाव मैदान में उतारा जाए या फिर पुत्र अखिलेश महतो को.
छह अप्रैल को हुआ निधन: कोरोना संक्रमण की वजह से जगरनाथ महतो का फेफड़ा खराब हो गया था. उन्हें गंभीर स्थिति में 2020 में MGM चेन्नई ले जाया गया था, जहां उनका लंग्स ट्रांसप्लांट किया गया था. इसके बाद स्वस्थ चल रहे जगरनाथ महतो की तबीयत विधानसभा के बजट सत्र के दौरान ही खराब हो गयी थी. उन्हें पहले रांची के पारस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. उसके बाद फिर MGM चेन्नई ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान 06 अप्रैल 2023 को उनका निधन हो गया. डुमरी उपचुनाव से जोड़ कर राजनीतिक पंडित इस मुलाकात को देख रहे है.