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चक्रवाती तूफान यास से निपटने के लिए अलर्ट मोड में झारखंड पुलिस, मदद के लिए 100 या 112 पर करें कॉल

चक्रवाती तूफान यास को लेकर झारखंड पुलिस अलर्ट मोड में है. रांची में पुलिस कंट्रोल रूम से लगातार चक्रवाती तूफान यास की वजह से फंसे लोगों की मदद की जा रही है. यास की वजह से रांची में कई जगह जलजमाव, पेड़ गिरने और बिजली के तार गिरने के मामले सामने आए हैं.

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झारखंड पुलिस
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Published : May 27, 2021, 4:02 PM IST

रांची: चक्रवाती तूफान यास से निपटने के लिए रांची पुलिस अपना विशेष योगदान दे रही है. राजधानी रांची में पुलिस कंट्रोल रूम से लगातार चक्रवाती तूफान की वजह से फंसे लोगों की मदद की जा रही है. रांची के सिटी एसपी सौरभ खुद 12 घंटे तक कंट्रोल रूम में रहकर लोगों की मदद कर रहे हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट


इसे भी पढे़ं: यास तूफान का कहर, रांची में दीवार गिरने से 2 की मौत


कंट्रोल रूम से मिल रही लोगों को मदद
चक्रवाती तूफान यास की वजह से राजधानी रांची में कई जगह जलजमाव, पेड़ गिरने और बिजली के तार गिरने के मामले सामने आए हैं. ऐसे मामलों में लोगों की मदद पुलिस की ओर से लगातार की जा रही है. रांची के कंट्रोल रूम के नंबर पुलिस ने जारी किए हैं. इन नंबरों पर लगातार पुलिस से सहायता मांगी जा रही है, जिसके बाद संबंधित विभाग को फोन कर या फिर थाना स्तर से लोगों की तुरंत मदद की जा रही है. रांची पुलिस ने तूफान से होने वाले असर से आम लोगों की सहायता के व्यापक तैयारियां की थी. यही वजह से है कि राजधानी में तूफान से अब तक बड़ा नुकसान दिखाई नहीं दिया है. राजधानी की पुलिस भी तूफान को लेकर पिछले 48 घंटे से लगातार कंट्रोल रूम से नजर रख रही है. आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए बनाए गए रिजर्व टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है, जो किसी भी स्थिति से निपटने में पूरी तरह सक्षम है. रांची के कंट्रोल रूम को यास तूफान के मद्देनज़र अलर्ट पर रखा गया है. डायल 100 और टेट्रा पर जो भी मैसेज आ रहे हैं, उसे संबंधित विभाग को बताए जा रहे हैं. वहीं रांची पुलिस लगातार लोगों से भी अपील कर रही है कि वे घरों से बाहर न निकलें और किसी भी आपात स्थिति पर तुरंत कंट्रोल रूम को सूचित करें.



लगातार आ रहे है कॉल
रांची के सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि राजधानी रांची से ही लगातार लोगों के कॉल मदद के लिए आ रहे हैं, सबसे ज्यादा जलजमाव, बिजली के तार टूटने और पेड़ गिरने को लेकर जानकारियां पुलिस को दी गई है, कुछ लोगों ने पुलिस को यह भी जानकारी दी है कि पुराने और जर्जर घरों पर ध्यान दिया जाए, ताकि उनमें कोई हादसा ना हो जाए.

इसे भी पढे़ं: चक्रवाती तूफान यास की रांची में एंट्री, झमाझम बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त



क्या क्या पहल की गई है पुलिस की तरफ से

झारखंड पुलिस मुख्यालय के ओर से भी पूरे राज्य की पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है. सभी को यह निर्देश दिया गया था कि वह तूफान को लेकर लगातार थानों से संपर्क में रहे. तूफान से निपटने के लिए पुलिस की ओर से निम्नलिखित उपाय किए गए हैं.

  • सभी प्रभावित जिलों के संवेदनशील क्षेत्रों में उपलब्धता के आधार पर एनडीआरएफ की टीम की तैनाती.
  • राष्ट्रीय राजमार्गों के लंबे हिस्सों वाले क्षेत्र में आकस्मिक चिकित्सा हेतु एंबुलेंस के साथ बचाव दल की तैनाती.
  • एंबुलेंस एवं ऑक्सीजन ले जाने वाले वाहनों को सुरक्षित लक्ष्य तक पहुंचाने की व्यवस्था.
  • विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में राज्य का मोबाइल नेटवर्क बाधित हो सकता है, वैसी स्थिति के लिये पुलिस वायरलेस सिस्टम को आपातकालीन संचार हेतु तैयार रखा गया है.
  • आकस्मिक स्थिति के लिए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के पुलिस थानों में सेटेलाइट फोन उपलब्ध कराते हुए उसका उपयोग किया जाय.
  • कोविड-19 अस्पतालों को आकस्मिकता के स्थिति में जनरेटर व्यवस्था एवं उसका बैकअप भी तैयार रखने हेतु निर्देशित किया गया है.
  • सभी अति संवेदनशील क्षेत्रों से स्थानीय लोगों एवं पशुओं को एहतियातन सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है.

रांची: चक्रवाती तूफान यास से निपटने के लिए रांची पुलिस अपना विशेष योगदान दे रही है. राजधानी रांची में पुलिस कंट्रोल रूम से लगातार चक्रवाती तूफान की वजह से फंसे लोगों की मदद की जा रही है. रांची के सिटी एसपी सौरभ खुद 12 घंटे तक कंट्रोल रूम में रहकर लोगों की मदद कर रहे हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट


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कंट्रोल रूम से मिल रही लोगों को मदद
चक्रवाती तूफान यास की वजह से राजधानी रांची में कई जगह जलजमाव, पेड़ गिरने और बिजली के तार गिरने के मामले सामने आए हैं. ऐसे मामलों में लोगों की मदद पुलिस की ओर से लगातार की जा रही है. रांची के कंट्रोल रूम के नंबर पुलिस ने जारी किए हैं. इन नंबरों पर लगातार पुलिस से सहायता मांगी जा रही है, जिसके बाद संबंधित विभाग को फोन कर या फिर थाना स्तर से लोगों की तुरंत मदद की जा रही है. रांची पुलिस ने तूफान से होने वाले असर से आम लोगों की सहायता के व्यापक तैयारियां की थी. यही वजह से है कि राजधानी में तूफान से अब तक बड़ा नुकसान दिखाई नहीं दिया है. राजधानी की पुलिस भी तूफान को लेकर पिछले 48 घंटे से लगातार कंट्रोल रूम से नजर रख रही है. आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए बनाए गए रिजर्व टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है, जो किसी भी स्थिति से निपटने में पूरी तरह सक्षम है. रांची के कंट्रोल रूम को यास तूफान के मद्देनज़र अलर्ट पर रखा गया है. डायल 100 और टेट्रा पर जो भी मैसेज आ रहे हैं, उसे संबंधित विभाग को बताए जा रहे हैं. वहीं रांची पुलिस लगातार लोगों से भी अपील कर रही है कि वे घरों से बाहर न निकलें और किसी भी आपात स्थिति पर तुरंत कंट्रोल रूम को सूचित करें.



लगातार आ रहे है कॉल
रांची के सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि राजधानी रांची से ही लगातार लोगों के कॉल मदद के लिए आ रहे हैं, सबसे ज्यादा जलजमाव, बिजली के तार टूटने और पेड़ गिरने को लेकर जानकारियां पुलिस को दी गई है, कुछ लोगों ने पुलिस को यह भी जानकारी दी है कि पुराने और जर्जर घरों पर ध्यान दिया जाए, ताकि उनमें कोई हादसा ना हो जाए.

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क्या क्या पहल की गई है पुलिस की तरफ से

झारखंड पुलिस मुख्यालय के ओर से भी पूरे राज्य की पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है. सभी को यह निर्देश दिया गया था कि वह तूफान को लेकर लगातार थानों से संपर्क में रहे. तूफान से निपटने के लिए पुलिस की ओर से निम्नलिखित उपाय किए गए हैं.

  • सभी प्रभावित जिलों के संवेदनशील क्षेत्रों में उपलब्धता के आधार पर एनडीआरएफ की टीम की तैनाती.
  • राष्ट्रीय राजमार्गों के लंबे हिस्सों वाले क्षेत्र में आकस्मिक चिकित्सा हेतु एंबुलेंस के साथ बचाव दल की तैनाती.
  • एंबुलेंस एवं ऑक्सीजन ले जाने वाले वाहनों को सुरक्षित लक्ष्य तक पहुंचाने की व्यवस्था.
  • विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में राज्य का मोबाइल नेटवर्क बाधित हो सकता है, वैसी स्थिति के लिये पुलिस वायरलेस सिस्टम को आपातकालीन संचार हेतु तैयार रखा गया है.
  • आकस्मिक स्थिति के लिए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के पुलिस थानों में सेटेलाइट फोन उपलब्ध कराते हुए उसका उपयोग किया जाय.
  • कोविड-19 अस्पतालों को आकस्मिकता के स्थिति में जनरेटर व्यवस्था एवं उसका बैकअप भी तैयार रखने हेतु निर्देशित किया गया है.
  • सभी अति संवेदनशील क्षेत्रों से स्थानीय लोगों एवं पशुओं को एहतियातन सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है.
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