रांची: झारखंड के साहिबगंज में श्रद्धा हत्याकांड जैसी घटना सामने आई है. बताया जा रहा है कि दिलदार अंसारी नाम के एक सनकी पति ने बेरहमी से अपनी पत्नी की हत्या कर उसके शव को कई टुकड़ों में काटकर फेंक दिया है. घटना की जानकारी जैसे ही लोगों तक पहुंची लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है (People Reaction on Sahibganj Murder Case). राजधानी रांची के लोगों ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है.
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राजधानी निवासी राजीव रंजन ने बताया कि जिस तरह की घटना साहिबगंज में हुई है, यह सरकार की विफलता को बतलाता है. उन्होंने बताया कि इस तरह की घटनाओं से झारखंड के लोग और भी भयभीत हो गए हैं. वहीं, दुकानदार गौरीशंकर बताते हैं कि जिस तरह की घटना साहिबगंज में हुई है. ऐसी ही घटना कुछ दिनों पहले दिल्ली में हुई थी. जिसकी निंदा पूरे देश में की गई थी लेकिन, उसके बावजूद लोग ऐसी हरकत से बाज नहीं आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि ऐसे लोगों को सख्त से सख्त सजा दी जाए ताकि दूसरे लोग ऐसी घटना की पूनरावृति ना कर सके.
मेडिकल स्टाफ राहुल कुमार बताते हैं इस तरह की घटना जो आए दिन देखने को मिल रही है, इससे यही पता चलता है कि ऐसे लोगों का काउंसलिंग करने की आवश्यकता है क्योंकि जिस तरह से श्रद्धा हत्याकांड में आफताब का नाम आया था उसी प्रकार साहिबगंज हत्याकांड में दिलदार अंसारी का नाम आ रहा है. जरूरत है ऐसे लोगों की विशेष काउंसलिंग की जाए ताकि लोग इस तरह की घटना दोबारा ना करें.
व्यवसायी चंदन कुमार ने बताया कि इस तरह की घटना सरकार की विफलता को दर्शाता है क्योंकि जब भी देश में इस तरह की घटना होती है तो सबसे पहले विशेष समुदाय का ही नाम सामने आता है, उसके बावजूद सरकार सचेत नहीं हो रही है और ऐसे लोगों को वोट के लिए बचाने का काम करती है. उन्होंने बताया कि जिस तरह से राजधानी रांची सहित पूरे राज्य में आए दिन ऐसी घटनाएं हो रही है. इससे झारखंड की अस्मिता खतरे में है. जरूरत है सरकार ऐसे लोगों पर नकेल कसे ताकि झारखंड की आदिवासी बेटियों का बचाया जा सके.
वहीं सामाजिक कार्यकर्ता रणधीर रजक बताते हैं कि ऐसे लोगों पर सरकार को स्पीडी ट्रायल बिठा कर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि ऐसे लोगों को समझाने से भी कोई असर नहीं होता है, इसीलिए जरूरत है कि इस तरह के विकृत सोच वाले लोगों के मन में ज्यादा से ज्यादा डर पैदा किया जाए ताकि इस तरह की घटना को अंजाम देने से पहले ये लोग कई बार सोचने को मजबूर हो जाए.