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वैक्सीन को लेकर अब भी संघर्ष कर रहा है झारखंड, केंद्र से नहीं मिल पा रहा पर्याप्त डोज - global pandemic corona

झारखंड को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन नहीं मिल रही है. इससे क्षमता के अनुरूप लोगों को टीका नहीं दिया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह ने बताया कि प्रतिदिन 90 हजार से एक लाख लोगों को ही टीका दे पा रहे हैं, जबकि हमारी व्यवस्था प्रतिदिन तीन लाख से ऊपर लोगों को टीका देने की है.

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वैक्सीन को लेकर अब भी संघर्ष कर रहा है झारखंड
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Published : Oct 5, 2021, 2:13 PM IST

Updated : Oct 5, 2021, 2:26 PM IST

रांची: वैश्विक महामारी कोरोना पिछले कुछ महीनों से झारखंड में नियंत्रित है. इससे राज्य में लोगों को थोड़ी राहत है. लेकिन, वैक्सीन को लेकर झारखंड अब भी जूझ रहा है. स्थिति यह है कि रोजाना 3 लाख लोगों को वैक्सीन देने का लक्ष्य है, जो एक लाख तक ही पहुंच रहा है. इसकी वजह है कि केंद्र सरकार से पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन का नहीं मिलना.

यह भी पढ़ेंःझारखंड में कोरोना वैक्सीन खत्म, दो जुलाई तक लोगों को टीका को लेकर झेलनी पड़ेगी परेशानी


स्वास्थ्य विभाग की मानें तो अब वैक्सीन को लेकर संघर्ष करना पड़ रहा है. केंद्र सरकार से डिमांड के अनुरूप वैक्सीन डोज नहीं मिल रहा है. इससे वैक्सीनेशन कार्य की गति तेज नहीं हो पा रही है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार झारखंड में अब तक एक करोड़ 80 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन का डोज दिया जा चुका है. इसमें एक करोड़ 39 लाख 16हजार 448 लोगों को पहला डोज दिया गया है. राज्य में सिर्फ 43 लाख लोगों को ही वैक्सीन का पूरा डोज लगा है.

जानकारी देते प्रधान सचिव

एक लाख लोगों को दी जा रही प्रतिदिन वैक्सीन

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह ने बताया कि आज की तारीख में वैक्सीन की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 90 हजार से एक लाख लोगों को ही टीका दे पा रहे हैं. जबकि हमारी व्यवस्था प्रतिदिन तीन लाख से ऊपर लोगों को टीका देने की है.

पर्याप्त मात्रा में मिलनी चाहिए वैक्सीन

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ओर से पर्याप्त मात्रा में झारखंड को टीका उपलब्ध कराया जाता है, तो दिसंबर माह तक पूरे झारखंडवासियों को स्वास्थ विभाग की तरफ से टीका लगा दिया जाएगा. लेकिन, पर्याप्त मात्रा में टीका नहीं आने की वजह से वैक्सीन के दोनों डोज पर्याप्त संख्या में लोगों को नहीं लगाया जा रहा है. इसमें दूसरा डोज लेने वाले लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है.

रांची: वैश्विक महामारी कोरोना पिछले कुछ महीनों से झारखंड में नियंत्रित है. इससे राज्य में लोगों को थोड़ी राहत है. लेकिन, वैक्सीन को लेकर झारखंड अब भी जूझ रहा है. स्थिति यह है कि रोजाना 3 लाख लोगों को वैक्सीन देने का लक्ष्य है, जो एक लाख तक ही पहुंच रहा है. इसकी वजह है कि केंद्र सरकार से पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन का नहीं मिलना.

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स्वास्थ्य विभाग की मानें तो अब वैक्सीन को लेकर संघर्ष करना पड़ रहा है. केंद्र सरकार से डिमांड के अनुरूप वैक्सीन डोज नहीं मिल रहा है. इससे वैक्सीनेशन कार्य की गति तेज नहीं हो पा रही है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार झारखंड में अब तक एक करोड़ 80 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन का डोज दिया जा चुका है. इसमें एक करोड़ 39 लाख 16हजार 448 लोगों को पहला डोज दिया गया है. राज्य में सिर्फ 43 लाख लोगों को ही वैक्सीन का पूरा डोज लगा है.

जानकारी देते प्रधान सचिव

एक लाख लोगों को दी जा रही प्रतिदिन वैक्सीन

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह ने बताया कि आज की तारीख में वैक्सीन की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 90 हजार से एक लाख लोगों को ही टीका दे पा रहे हैं. जबकि हमारी व्यवस्था प्रतिदिन तीन लाख से ऊपर लोगों को टीका देने की है.

पर्याप्त मात्रा में मिलनी चाहिए वैक्सीन

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ओर से पर्याप्त मात्रा में झारखंड को टीका उपलब्ध कराया जाता है, तो दिसंबर माह तक पूरे झारखंडवासियों को स्वास्थ विभाग की तरफ से टीका लगा दिया जाएगा. लेकिन, पर्याप्त मात्रा में टीका नहीं आने की वजह से वैक्सीन के दोनों डोज पर्याप्त संख्या में लोगों को नहीं लगाया जा रहा है. इसमें दूसरा डोज लेने वाले लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है.

Last Updated : Oct 5, 2021, 2:26 PM IST
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