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अंडमान में फंसे प्रवासियों को झारखंड लाने के लिए गृह मंत्रालय से स्पेशल एयरक्राफ्ट चलाने की मांगः हेमंत

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें यह बताना चाहिए कि मजदूरों को वापस लाने के लिए उन्होंने हवाई जहाज की मांग की है, उस पर परमिशन कब मिलेगा.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
jharkhand Government
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Published : May 15, 2020, 6:03 PM IST

रांची: सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म ट्विटर पर कथित रूप से आक्रामक ट्वीट चल रहे हैं. जिसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को कहा है कि केंद्र सरकार को यह बताना चाहिए कि मजदूरों को वापस लाने के लिए उन्होंने हवाई जहाज की मांग की है, उस पर परमिशन कब मिलेगा.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का बयान

ट्रेनों की परमिशन

शुक्रवार की दोपहर स्टेट सेक्रेटेरिएट प्रोजेक्ट बिल्डिंग पहुंचे सोरेन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ट्विटर पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जो कुछ लिखा है उस पर उन्हें कुछ कहना नहीं है. उन्होंने कहा कि पूरा देश देख रहा है कि राज्य सरकार क्या कर रही है. बहुत जद्दोजहद के बाद ट्रेनों की परमिशन मिली है और जो भी आंकड़े सामने हैं उसे सभी जानते हैं.

ये भी पढ़ें-दम तोड़ती नजर आ रही कोरोना वॉरियर्स आउटसोर्सिंग वर्कर की हिम्मत, 6 महीने से नहीं मिला वेतन

परिवार वाले झेल रहे हैं मानसिक परेशानी

राज्य के मुख्य सचिव ने केंद्रीय गृह सचिव को पत्र लिखकर कहा कि उनकी जानकारी में यह बात आई है कि 319 लोग अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में फंसे हैं. उन्हें वहां काफी समस्याएं हो रही है. वहां रहने और खाने में उन्हें काफी खर्च करना पड़ रहा है. वहीं, झारखंड में उनके परिवार वाले मानसिक परेशानी से जूझ रहे हैं. ऐसे में झारखंड सरकार ने तय किया है कि उन्हें स्पेशल एयरक्राफ्ट से वापस लाया जाए. इस बाबत मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने केंद्रीय गृह सचिव से वहां फंसे लोगों को रांची लाने के लिए इजाजत मांगी है.

रांची: सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म ट्विटर पर कथित रूप से आक्रामक ट्वीट चल रहे हैं. जिसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को कहा है कि केंद्र सरकार को यह बताना चाहिए कि मजदूरों को वापस लाने के लिए उन्होंने हवाई जहाज की मांग की है, उस पर परमिशन कब मिलेगा.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का बयान

ट्रेनों की परमिशन

शुक्रवार की दोपहर स्टेट सेक्रेटेरिएट प्रोजेक्ट बिल्डिंग पहुंचे सोरेन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ट्विटर पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जो कुछ लिखा है उस पर उन्हें कुछ कहना नहीं है. उन्होंने कहा कि पूरा देश देख रहा है कि राज्य सरकार क्या कर रही है. बहुत जद्दोजहद के बाद ट्रेनों की परमिशन मिली है और जो भी आंकड़े सामने हैं उसे सभी जानते हैं.

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परिवार वाले झेल रहे हैं मानसिक परेशानी

राज्य के मुख्य सचिव ने केंद्रीय गृह सचिव को पत्र लिखकर कहा कि उनकी जानकारी में यह बात आई है कि 319 लोग अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में फंसे हैं. उन्हें वहां काफी समस्याएं हो रही है. वहां रहने और खाने में उन्हें काफी खर्च करना पड़ रहा है. वहीं, झारखंड में उनके परिवार वाले मानसिक परेशानी से जूझ रहे हैं. ऐसे में झारखंड सरकार ने तय किया है कि उन्हें स्पेशल एयरक्राफ्ट से वापस लाया जाए. इस बाबत मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने केंद्रीय गृह सचिव से वहां फंसे लोगों को रांची लाने के लिए इजाजत मांगी है.

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