रांची: झारखंड में अपराध अनुसंधान विभाग यानी सीआईडी का पहला थाना खुल गया है. बुधवार को सीआईडी डीजी अनुराग गुप्ता के द्वारा सीआईडी थाने का विधिवत रूप से उद्घाटन किया गया. सीआईडी थाने के पहले थाना प्रभारी इंस्पेक्टर ब्रह्मदेव प्रसाद को बनाया गया है.
राज्य भर के मामले होंगे दर्ज: झारखंड पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद आखिरकार झारखंड सीआईडी का पहला थाना रांची में खोल दिया गया है. इसकी विधिवत रूप से शुरुआत भी कर दी गई है 1994 बैच के इंस्पेक्टर ब्रह्मदेव प्रसाद को सीआईडी थाने का पहला प्रभारी बनाया गया है. गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा साल 2016 में ही सीआईडी थाने के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई थी, लेकिन कुछ वजहों से लगातार इसके निर्माण में देरी हो रही थी. अनुराग गुप्ता के सीआईडी डीजी बनने के बाद थाने के निर्माण को लेकर आवश्यक कार्रवाई को जल्द से जल्द पूरा किया गया, जिसके कारण सीआईडी का पहला थाना खोलने में कामयाबी मिली. रांची के डोरंडा स्थित राजा रानी कोठी में सीआईडी थाने की स्थापना की गई है.
राज स्तरीय थाने का दर्जा: झारखंड को राज्य का पहला और इकलौता सीआईडी थाना मिला चुका है, यह थाना अपराध अनुसंधान विभाग थाने के नाम से जाना जाएगा. इसे राज स्तरीय थाने का दर्जा भी प्रदान किया गया है. सीआईडी के थाने का अधिकार क्षेत्र पूरा झारखंड राज्य होगा.
नई कांड संख्या भी होगी अब अंकित: सीआईडी अधिकारियों के मुताबिक अब तक सीआईडी राज्य के किसी भी जिले के किसी भी थाने के केस टेकओवर करती थी, तो उसके थाना कांड संख्या आदि में कोई छेड़छाड़ नहीं होता था, केस का अनुसंधान सीआईडी के अधिकारी करते थे, लेकिन थाना और कांड संख्या पुराना ही हुआ करता था. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. अब सीआईडी जांच के दौरान नया कांड संख्या जोड़ सकेगी. सीआईडी किसी भी जिले के किसी भी थाने के केस को टेकओवर करेगी तो उसे केस को टेकओवर करते हुए अपने सीआईडी थाने में नया केस दर्ज कर अनुसंधान करेगी. इसकी सूचना न्यायालय को भी देगी. यह उसी तरह होगा जैसे एनआईए, सीबीआई और ईडी केस दर्ज करने के बाद अपने यहां नया केस दर्ज करती है.