रांचीः झारखंड कांग्रेस की नई प्रदेश कार्यसमिति और जिला कमिटी के गठन के बाद पहली विस्तारित बैठक हो रही है. रांची के लालगुटवा बैंक्वैट हॉल में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे की उपस्थिति में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने विधिवत पार्टी का झंडा फहराकर कार्यसमिति की बैठक का शुभारंभ किया. इस बैठक में कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, कार्यकारी अध्यक्ष शहजादा अनवर, बंधु तिर्की, पार्टी के विधायक, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय सहित सभी प्रदेश महासचिव, प्रदेश सचिव, प्रदेश उपाध्यक्ष के साथ साथ जिला अध्यक्ष, जिला सचिव, महिला कांग्रेस और अलग अलग प्रकोष्ठों के नेता भाग ले रहे हैं.
इसे भी पढ़ें- झारखंड प्रदेश कांग्रेस के नवगठित पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी समिति की बैठक, संगठन सशक्तिकरण पर चर्चा
कई मायनों में महत्वपूर्ण है झारखंड कांग्रेस प्रदेश कार्यसमिति की विस्तारित बैठकः झारखंड कांग्रेस की विस्तारित बैठक इस मामले में काफी महत्वपूर्ण है कि एक ओर 6 वर्ष बाद इस तरह की बैठक हो रही है. जिसमें जिला और प्रदेश के नेता एक साथ बैठकर इस बात पर चर्चा कर रहे हैं. इसमें चर्चा के कई विषय रखे गए हैं, जैसे संगठन कैसे धारदार बने, राज्य के ज्वलंत मुद्दे, जैसे नियोजन नीति, 1932 खतियान, सरना धर्म कोड, मॉब लिंचिंग कानून, ओबीसी आरक्षण और जातीय जनगणना पर जनता की सोच क्या है और पार्टी का आने वाले दिनों में स्टैंड कैसा होना चाहिए.
मॉब लिंचिंग कानून पर गहन चर्चाः इसके अलावा भारत जोड़ो यात्रा के बाद 26 जनवरी 2023 से शुरू होने वाले हाथ से हाथ जोड़ो अभियान (जो झारखंड में विधिवत 09 फरवरी से शुरू होगा), इसको कैसे सफल बनाया जाए इसपर भी चर्चा हो रही है. बैठक शुरू होने से पहले झारखंड कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष शहजादा अनवर ने कहा कि बुधवार को रामगढ़ में पार्टी के महत्वपूर्ण पॉलिटिकल अफेयर्स कमिटी के समक्ष उन्होंने इस मुद्दे को उठाया था कि हेमंत सोरेन सरकार द्वारा विधानसभा से कानून पारित कर राज्यपाल को भेजा था, जिसे राज्यपाल ने त्रुटिपूर्ण बताकर वापस कर दिया था. इसके एक साल से अधिक समय बीत जाने के बावजूद अभी तक सरकार ने दोबारा मॉब लिंचिंग कानून के लिए कुछ नहीं किया है. इस पर रामगढ़ में PAC की बैठक में भी गंभीरता से चर्चा हुई थी और रांची की मीटिंग में भी इस विमर्श होगा.
देश और प्रदेश के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चाः वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने इस बैठक को अति महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि हमारे लिए सबसे खुशी की बात यह है कि 6 साल बाद आज हम फिर से एक बार प्रदेश कार्यसमिति की बैठक कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बुधवार को पार्लियामेंट्री अफेयर्स कमिटी की महत्वपूर्ण बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तृत चर्चा रामगढ़ की बैठक में हुई है. जिसमें सरना धर्म कोड, पेशा कानून, वन को लेकर केंद्र की सरकार द्वारा बनाये गए उपकानून, नियोजन नीति सहित तमाम ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा होगी और संगठन को मजबूत कैसे बनाया जाए, कैसे हम हाथ से हाथ जोड़ो अभियान को राज्य में सफल बनाएंगे इसपर भी चर्चा और रणनीति बनेगी.
पार्टी में असंतोष अस्वाभाविक नहीं- प्रदेश अध्यक्षः राजेश ठाकुर ने माना कि राज्य में कांग्रेस के अंदर कुछ असंतोष भी है लेकिन वह अस्वभाविक नहीं है. उन्होंने कहा कि जब संगठन मजबूत और क्रियाशील रहता है तो हर कोई कार्यसमिति या संगठन का भागीदार बनना चाहता है. लेकिन हमारी भी बतौर प्रदेश अध्यक्ष कुछ सीमाएं हैं, हम सबको प्रदेश कार्यसमिति या जिला कमिटी में जगह नहीं दे सकते हैं. लेकिन अभी बहुत सी कमिटी बननी हैं, जहां उन्हें एडजस्ट किया जाएगा इसलिए कोई भी निराश या हताश ना हों.
मीटिंग में कौन-कौन हैं शामिलः झारखंड कांग्रेस की प्रदेश कार्यसमिति की विस्तारित बैठक में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के राज्य पर्यवेक्षक अर्जुन मोडवारिया, एससी-ओबीसी-अल्पसंख्यक के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर के राजू भी उपस्थित हैं. इसके अलावा राज्य सरकार में शामिल कांग्रेस कोटे के मंत्री, पार्टी के विधायक के साथ साथ पार्टी के कई पदाधिकारी इस मीटिंग में शामिल हो रहे हैं. इस बैठक में अभी तक कई विधायक नहीं पहुंचे हैं. प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि जो विधायक और सांसद अभी तक नहीं पहुंचे हैं, वह अभी रास्ते मे हैं और जल्द यहां पहुंचकर मीटिंग में शामिल होंगे.