रांचीः भाजपा की विश्वास रैली को लेकर झारखंड कांग्रेस ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बयान पर कहा कि मंच पर भाजपा प्रत्याशी की उपस्थिति में जेपी नड्डा द्वारा कमल खिलाने की बात करना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि चुनाव आयोग स्वत संज्ञान ले नहीं तो कांग्रेस इसकी शिकायत दर्ज कराएगी.
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झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि मांडर उपचुनाव में हार को देखते हुए ढाई वर्ष के बाद भाजपा को आदिवासी समाज की याद आयी है. उन्होंने कहा कि विगत चुनाव में 28 में से 26 जनजाति सुरक्षित विधानसभा में भाजपा की हार हुई थी. डबल इंजन की सरकार में सीएनटी-एसपीटी एक्ट को हटाकर आदिवासियों की जमीन लूटने का जो प्रयास किया गया था, उसे झारखंड की जनता जानती है. इसलिए आज की रैली में जनजातीय समाज की भागीदारी नहीं के बराबर थी.
राजेश ठाकुर ने कहा कि मंच पर मांडर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार गंगोत्री कूजुर भी उपस्थित थीं और मंच से कमल खिलाने की अपील बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP National President JP Nadda) द्वारा की गयी. यह रैली मांडर उपचुनाव को लेकर आयोजित की गयी थी. इस रैली का खर्च भाजपा उम्मीदवार के चुनावी खर्च में जोड़ा जाना चाहिए. चुनाव आयोग को तत्काल ही इसपर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए नहीं कांग्रेस पार्टी चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराएगी.
मंच से जेपी नड्डा ने क्या कहा थाः आदिवासी विश्वास रैली के दौरान अपने संबोधन के अंत में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लोगों से यह आह्वान किया था कि जब भी वोट देने का मौका आए तब हर तरफ कमल ही कमल दिखना चाहिए. भाजपा की इस रैली में मांडर विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी की घोषित उम्मीदवार गंगोत्री कुजूर भी उपस्थित थीं. यहां बता दें कि मांडर विधानसभा उपचुनाव की घोषणा होने के बाद से ही आदर्श आचार संहिता लागू है.