रांची: 2024 का लोकसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है. यही वजह है कि पार्टी लगभग एक वर्ष पहले ही तैयारियों में जुटी हुई है. झारखंड की सभी 14 लोकसभा सीटों को जीतने का लक्ष्य लेकर चल रहा बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व ने अपने कई केंद्रीय नेताओं को झारखंड में अभी से जनसभा करने को कहा है. जून में आयोजित होनेवाले महासंपर्क अभियान में प्रत्येक लोकसभा में जनसभा आयोजित करने की तैयारी है. जिसमें बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे सिंधिया, केंद्रीय रेल राज्य मंत्री राव साहब पाटिल दानवे और केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री जॉन वारला, उत्तर प्रदेश के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, महाराष्ट्र के मंत्री राम शिंदे, मध्य प्रदेश के कमल पटेल जैसे नेता शामिल होंगे.
झारखंड बंद के कारण कई कार्यक्रम स्थगित: नियोजन नीति को लेकर छात्रों के 10 और 11 जून को झारखंड बंद को देखते हुए बीजेपी द्वारा आयोजित होने वाली जनसभा और केंद्रीय नेताओं के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है. वसुंधरा राजे सिंधिया का दुमका सहित अन्य जिलों में 10 जून से कार्यक्रम होना था. इसी तरह केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने अपने संसदीय क्षेत्र खूंटी में होनेवाले जनसभा को ट्वीट कर कार्यक्रम स्थगित करने की घोषणा की है. इन केंद्रीय नेताओं का कार्यक्रम बाद में पार्टी द्वारा तय किए जाने की संभावना है. इसके अलावे बीजेपी प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी लगातार जिला प्रवास पर हैं. जहां भाजपा की टिफिन बैठक से लेकर विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं.
सामाजिक-राजनीतिक समीकरण को ध्यान में रख चल रही है बीजेपी: मिशन 2024 को देखते हुए बीजेपी सामाजिक-राजनीतिक समीकरण को ध्यान में रखकर कदम उठा रही है. इसी परिप्रेक्ष्य में केंद्रीय नेताओं का इस महीने होनेवाला दौरा काफी अहम माना जा रहा है. पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में झारखंड की 14 सीटों में से दो सीटों पर हार का सामना करनेवाली बीजेपी ने इस बार सभी सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है. इस संबंध में बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा का मानना है कि केंद्रीय नेताओं का दौरा पार्टी को लक्ष्य पाने में जरूर सहायक होगा. इसके लिए विविध कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं. बहरहाल, लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी का संकल्प कितना कारगर होगा यह समय ही बताएगा, लेकिन जिस तरह से केंद्रीय नेताओं का आगमन चुनाव पूर्व होने लगे हैं उससे साफ लगता है कि पार्टी अपनी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है.