रांची: देश और राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय स्तर पर आयुष्मान भवः कार्यक्रम का ऑनलाइन उद्घाटन किया. वहीं झारखंड में ऑड्रे हाउस से राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस कार्यक्रम में वर्चुअली केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडविया, विभिन्न राज्यों के राज्यपाल और स्वास्थ्य मंत्री के अलावा सांसद-विधायक, स्वास्थ्य अधिकारी शामिल हुए.
सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि हमारी प्रार्थना में है सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया, इस लक्ष्य को पाने के लिए कई विभागों को मिलकर काम करना होगा. कहा सस्टेनेबल डेवलपमेन्ट जरूरी है. उन्होंने कहा कि बापू के इस विचार को पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने कृत्यों में स्थान दिया है. सिकल सेल एनीमिया को लेकर जागरुकता लाने की जरूरत पर जोर देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि 18 साल के बच्चों के लिए हेल्थ योजना काफी बेहतर योजना है.
आयुष्मान भव कार्यक्रम से स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होगी: राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य अभी पिछड़ा हुआ है. यही वजह है कि बड़ी संख्या में लोग इलाज के लिए चेन्नई और वेल्लोर जाते हैं. जरूरत है कि देश के जो राज्य स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर कर रहे हैं वहां का अनुभव लेकर अन्य राज्यों को भी स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर बनाया जाएं. राज्य को 2025 तक टीबी मुक्त करने और अंगदान करने को बढ़ावा देने का संकल्प भी राज्यपाल ने दिलवाया. वहीं अपर मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य के सभी जिलों में ब्लड बैंक और ब्लड कॉम्पोनेन्ट सेपरेटर की व्यवस्था की जा रही है. सभी CHC में ब्लड स्टोरेज यूनिट की व्यवस्था की जा रही है ताकि गर्भवती माताओं को प्रसव के दौरान या उसके बाद रक्त की कोई कमी न हो.
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख ने क्या कहा: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडविया ने कहा कि आयुष्मान भव कार्यक्रम के तहत आयुष्मान आपके द्वार कार्यक्रम का तीसरा चरण शुरू होगा. इसके अलावा 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक आयुष्मान मेला और आयुष्मान ग्राम कार्यक्रम होंगे. इसी दौरान अंगदान के लिए लोगों में जागरुकता कार्यक्रम भी चलाया जाएगा. सेवा पखवाड़ा के तहत इस दौरान लोगों को अंगदान के लिए प्रेरित भी किया जाएगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार के 09 वर्षो में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम हुआ है. जिसकी सराहना G20 के सदस्य देशों ने भी की है. 01 लाख 60 हजार HWC (Health and Wellness Centres), वैक्सीन निर्माण और कोरोना काल में वैक्सीन से हर देश को मदद पहुंचाया गया है. 60 करोड़ लोगों को आयुष्मान योजना का लाभ मिला है. उन्होंने कहा कि जब मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक CHC (Community Health Centers) जाकर मरीजों का इलाज करेंगे तो CHC -PHC (Primary Healthcare Center) की स्थिति भी बेहतर होगी और मरीजों को शहर के चक्कर भी नहीं लगाने पड़ेंगे.
आयुष्मान योजना में गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई: भाजपा सांसद संजय सेठ ने मंच पर मौजूद राज्य के स्वास्थ्यमंत्री बन्ना गुप्ता से मांग की है कि CAG ने आयुष्मान भारत योजना में जिन गड़बड़ियों को उठाया है उस पर कठोर कार्रवाई करें. वहीं झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवा को हर जरूरतमंदों तक पहुंचाने के लिए कृतसंकल्पित है. उन्होंने कहा कि यही वजह है कि राज्य में 29 लाख परिवार को 100% खर्च कर और बाकी के 28 लाख परिवार को 60:40 अनुपात में खर्च कर आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री जनारोग्य योजना का लाभ दिया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने भाजपा सांसद से आग्रह किया कि वह केंद्र सरकार से यह मांग करें कि राज्य में 70 लाख परिवार को आयुष्मान भारत योजना के तहत खर्च वहन करे.