रांचीः सोमवार को बजट सत्र के दौरान सदन में खूब हंगामा हुआ. प्रश्नकाल के दौरान नाय चलतो- नाय चलतो सदन में गूंजता रहा. झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक लोबिन हेंब्रम अपनी ही सरकार को घेरते नजर आए. इस दौरान विपक्ष सरकार से इस मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए सदन में मांग करता रहा. विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के विधायक इस दौरान बेल में पहुंचकर नारेबाजी करने लगे. हंगामा बढ़ता देख सदन की कार्यवाही दोपहर 12:30 बजे तक के लिए स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने स्थगित करने की घोषणा की. दोपहर 12:30 सदन की कार्यवाही एक बार फिर शुरू हुई तो विपक्ष के द्वारा एक बार फिर यह मुद्दा उठाया गया. किसी तरह सदन में विधायक प्रश्न उठाते रहे.
प्रदीप यादव को लेकर सदन से बीजेपी ने किया वाकआउटः भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे से एक बार फिर शुरू हुई. सदन में भाजपा विधायक अमित मंडल ने बजट पर वाद विवाद के दौरान सरकार की नीति से जुड़े वायदों पर सवाल खड़े किए तो वहीं भानु प्रताप शाही ने सूचना के तहत सदन में सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि महंगाई बढ़ी है दिल्ली में विधायकों को जो सुविधा और वेतन मिलता है वह सुविधाएं यहां के विधायकों को भी मिलनी चाहिए.
बजट पर पक्ष रख रहे विधायक प्रदीप यादव का निर्धारित समय से ज्यादा समय तक संबोधन होने पर भाजपा विधायकों ने सवाल खड़ा करते हुए स्पीकर पर मनमानी और पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए सदन से वाक आउट कर गए. भाजपा विधायक सीपी सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि प्रदीप यादव कांग्रेस के विधायक हैं या झारखंड विकास मोर्चा के हैं या निर्दलीय विधायक हैं इसे स्पष्ट करना चाहिए. उन्हें समय जो निर्धारित की गई है वह किस हैसियत से की गई है. सीपी सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष पर पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए सदन की मर्यादा को बनाने में असफल रहने का आरोप लगाया.
उधर विपक्ष के रुख पर आपत्ति जताते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने पलटवार करते हुए कहा कि एक तरफ भाजपा विधायक अमित मंडल कह रहे कि देश में महंगाई है ही नहीं और दूसरी तरफ उन्हीं के पार्टी के विधायक भानु प्रताप का कहना है कि महंगाई बढ़ गई है, वेतन बढ़ाना चाहिए. भाजपा विधायक सदन में चर्चा में भाग लेने के बजाय बहाना बनाकर वकआउट करते रहे हैं. अमित मंडल को जो समय निर्धारित किया गया था, उसमें उन्होंने करीब 7 मिनट अधिक समय तक अपना वक्तव्य दिया था. उस समय सत्ता पक्ष के लोग उनकी बातों को सुनते रहे थे. सदन की मर्यादा होती है. प्रदीप यादव 2 मिनट अतिरिक्त समय की मांग करते हुए अपनी बातों को पूरी करने का आग्रह सदन में कर रहे थे. ऐसे में भाजपा विधायक उनकी बातों को सुनने के बजाय सदन से बाहर निकल गए. बहरहाल आरोप-प्रत्यारोप के बीच सदन की कार्यवाही दिन भर चलती रही. मंगलवार को सुबह 11 बजे से सदन में प्रश्नकाल के अलावे अनुदान मांगों पर चर्चा होगी और उसे पारित किया जाएगा.