ETV Bharat / state

झारखंड शिक्षा परियोजना ने 7 फरवरी तक मांगी पारा शिक्षकों की विवरणी - झारखंड न्यूज

झारखंड शिक्षा परियोजना (जेईपीसी) ने पारा शिक्षकों से जुड़ी विवरणी की मांग की है. परियोजना के प्रशासी पदाधिकारी जयंत कुमार मिश्रा ने पत्र जारी कर 7 फरवरी तक पारा शिक्षकों से जुड़े डेटाबेस मांगें है.

पारा शिक्षकों से जुड़े डाटाबेस की मांग
author img

By

Published : Feb 2, 2019, 4:24 PM IST

रांचीः झारखंड शिक्षा परियोजना (जेईपीसी) ने पारा शिक्षकों से जुड़ी विवरणी की मांग की है. परियोजना के प्रशासी पदाधिकारी जयंत कुमार मिश्रा ने पत्र जारी कर 7 फरवरी तक पारा शिक्षकों से जुड़े डेटाबेस मांगें है. इसके लिए सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को एक फॉर्मेट भी दिया गया है.

प्रशासी पदाधिकारी ने कहा है कि इस डेटाबेस के आधार सरकारी स्तर पर कई अनुशंसाओं पर कार्रवाई की जाएगी. डेटाबेस में ग्राम शिक्षा समिति के पारा शिक्षकों के चयन की तिथि, प्रखंड समिति की बैठक की तिथि और कार्यवाही की प्रति, पहले भुगतान की तिथि, राशि और बैंक खाते के विवरण मांगें है. डेटाबेस की हार्ड और सॉफ्ट कॉपी परियोजना कार्यालय को दी जाएगी. प्रशासी पदाधिकारी ने प्रमाणित कॉपी जिला प्रभारी के जरिए परियोजना कार्यालय को देने का निर्देश दिया है.

JEPC demands information related para teacher
पारा शिक्षकों से जुड़े डाटाबेस की मांग
undefined

ये भी पढ़ें- 28 फरवरी से हड़ताल पर जाएगी झारखंड पुलिस, 7 सूत्री मांगों को लेकर करेंगे आंदोलन

प्रशासी पदाधिकारी ने जताई चिंता

प्रशासी पदाधिकारी ने चिंता जाहिर करते हुए बताया कि हड़ताल में शामिल नहीं होने वाले पारा शिक्षकों के विवरणी, पारा शिक्षकों के प्रमाण पत्रों के सत्यापन की स्थिति और पारा शिक्षकों से जुड़े डेटाबेस की हार्ड कॉपी की मांग की गई थी, लेकिन केवल लातेहार जिला के हड़ताल में शामिल नहीं होने वाले पारा शिक्षकों की प्रति परियोजना कार्यालय को भेजी है. हजारीबाग, धनबाद, खूंटी, सरायकेला और गोड्डा जिलों ने अब तक प्रति नही भेजी है. साथ ही उन्होनें 7 फरवरी तक डेटाबेस विवरण देने के सख्त निर्देश दिये हैं.

2 महीने तक हड़ताल पर रहे थे पारा शिक्षक

स्थायीकरण और वेतनमान की मांग को लेकर झारखंड के 67 हजार पारा शिक्षक एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले 2 महीने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहे थे. शिक्षा मंत्री डॉ. नीरा यादव की आगुवाई में गठित कमेटी से हुई बातचीत के बाद 17 जनवरी को पारा शिक्षकों की हड़ताल खत्म की गई थी.

undefined

रांचीः झारखंड शिक्षा परियोजना (जेईपीसी) ने पारा शिक्षकों से जुड़ी विवरणी की मांग की है. परियोजना के प्रशासी पदाधिकारी जयंत कुमार मिश्रा ने पत्र जारी कर 7 फरवरी तक पारा शिक्षकों से जुड़े डेटाबेस मांगें है. इसके लिए सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को एक फॉर्मेट भी दिया गया है.

प्रशासी पदाधिकारी ने कहा है कि इस डेटाबेस के आधार सरकारी स्तर पर कई अनुशंसाओं पर कार्रवाई की जाएगी. डेटाबेस में ग्राम शिक्षा समिति के पारा शिक्षकों के चयन की तिथि, प्रखंड समिति की बैठक की तिथि और कार्यवाही की प्रति, पहले भुगतान की तिथि, राशि और बैंक खाते के विवरण मांगें है. डेटाबेस की हार्ड और सॉफ्ट कॉपी परियोजना कार्यालय को दी जाएगी. प्रशासी पदाधिकारी ने प्रमाणित कॉपी जिला प्रभारी के जरिए परियोजना कार्यालय को देने का निर्देश दिया है.

JEPC demands information related para teacher
पारा शिक्षकों से जुड़े डाटाबेस की मांग
undefined

ये भी पढ़ें- 28 फरवरी से हड़ताल पर जाएगी झारखंड पुलिस, 7 सूत्री मांगों को लेकर करेंगे आंदोलन

प्रशासी पदाधिकारी ने जताई चिंता

प्रशासी पदाधिकारी ने चिंता जाहिर करते हुए बताया कि हड़ताल में शामिल नहीं होने वाले पारा शिक्षकों के विवरणी, पारा शिक्षकों के प्रमाण पत्रों के सत्यापन की स्थिति और पारा शिक्षकों से जुड़े डेटाबेस की हार्ड कॉपी की मांग की गई थी, लेकिन केवल लातेहार जिला के हड़ताल में शामिल नहीं होने वाले पारा शिक्षकों की प्रति परियोजना कार्यालय को भेजी है. हजारीबाग, धनबाद, खूंटी, सरायकेला और गोड्डा जिलों ने अब तक प्रति नही भेजी है. साथ ही उन्होनें 7 फरवरी तक डेटाबेस विवरण देने के सख्त निर्देश दिये हैं.

2 महीने तक हड़ताल पर रहे थे पारा शिक्षक

स्थायीकरण और वेतनमान की मांग को लेकर झारखंड के 67 हजार पारा शिक्षक एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले 2 महीने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहे थे. शिक्षा मंत्री डॉ. नीरा यादव की आगुवाई में गठित कमेटी से हुई बातचीत के बाद 17 जनवरी को पारा शिक्षकों की हड़ताल खत्म की गई थी.

undefined
Intro:नोटः झारखंड शिक्षा परियोजना का विजुअल डेस्क के मेल पर भेजा गया है.
---
नोटः पारा शिक्षक का फाइल विजुअल।
--------
रांचीः झारखंड शिक्षा परियोजना (जेईपीसी) ने पारा शिक्षकों से संबंधित विवरणी की मांग की है. परियोजना के प्रशासी पदाधिकारी जयंत कुमार मिश्रा ने पत्र जारी कर पारा शिक्षकों का डेटाबेस सूचना मांगी है. इसके लिए सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को एक फॉर्मेट भी उपलब्ध कराया गया है. प्रशासी पदाधिकारी ने कहा है कि पारा शिक्षकों के मामले में सरकार के स्तर से विभिन्न अनुशंसाओं पर कार्रवाई किया जाना है. ऐसे में पारा शिक्षकों का डेटाबेस 7 फरवरी तक उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए. इस डेटाबेस में ग्राम शिक्षा समिति द्वारा पारा शिक्षकों के चयन की तिथि, प्रखंड समिति की बैठक की तिथि और कार्यवाही की प्रति, प्रथम भुगतान की तिथि एवं राशि तथा पारा शिक्षकों के बैंक खाते के विवरण आदि मांगी गई है. डेटाबेस प्रपत्र की हार्ड एवं सॉफ्ट कॉपी परियोजना कार्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. इसके लिए 7 फरवरी तक की तिथि निर्धारित की गई है. प्रशासी पदाधिकारी ने सत्यापित प्रति जिला प्रभारी के माध्यम से परियोजना कार्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.


Body:प्रशासी पदाधिकारी ने जताई चिंताः

प्रशासी पदाधिकारी ने चिंता जाहिर की है कि हड़ताल में शामिल नहीं होने वाले पारा शिक्षकों की विवरणी, पारा शिक्षकों के प्रमाण पत्रों के सत्यापन की अद्यतन स्थिति और पारा शिक्षकों से संबंधित पूर्व में तैयार किए गए डेटाबेस की हार्ड कॉपी की मांग की गई थी, लेकिन केवल लातेहार जिला ही हड़ताल में शामिल नहीं होने वाले पारा शिक्षकों की सत्यापित प्रति परियोजना कार्यालय को भेजी है. हजारीबाग, धनबाद, खूंटी, सरायकेला एवं गोड्डा जिला द्वारा असत्यापित प्रति उपलब्ध कराई गई है. यह खेद का विषय है. उन्होंने निर्धारित तिथि के भीतर डेटाबेस विवरण उपलब्ध कराने का सख्त निर्देश दिया है.


Conclusion:2 महीने तक हड़ताल पर रहे थे पारा शिक्षकः

स्थायीकरण और वेतनमान की मांग को लेकर झारखंड के 67 हजार पारा शिक्षक एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की बैनर तले 2 महीने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहे थे. मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा शिक्षा मंत्री डॉ. नीरा यादव के नेतृत्व में गठित कमेटी से वार्ता के बाद 17 जनवरी को पारा शिक्षकों की हड़ताल स्थगित हुई थी. उसके बाद से पारा शिक्षक स्कूलों में शिक्षण कार्य करने में जुटे हैं.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.