रांची: राज्य के मेडिकल कॉलेजों में 24 सीटें खाली रह गई है. रिम्स और एमजीएम प्रबंधन की ओर से राज्य सरकार को इस संबंध में अवगत कराया गया है. स्टेट कोटे की इन सीटों पर दाखिले के लिए 31 अगस्त तक डेट भी बढ़ाया गया है.
कोरोना के कारण शिक्षा व्यवस्था बेहाल
कोरोना महामारी के कारण शिक्षा व्यवस्था पर व्यापक असर पड़ा है. इसी कड़ी में राज्य के मेडिकल कॉलेजों में 31 अगस्त तक मेडिकल पोस्ट ग्रेजुएट में दाखिले के लिए तिथि बढ़ाई गई है. गौरतलब है कि मेडिकल पीजी की 24 सीटें खाली रह गई है. इसी के मद्देनजर रिम्स और एमजीएम प्रबंधन ने रिक्त सीटों की सूचना देते हुए राज्य सरकार से रिक्त सीटों पर दाखिले के लिए हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया गया है. राज्य सरकार को इन दोनों मेडिकल कॉलेज की ओर से भेजे गए एक पत्र के माध्यम से सरकार को इसकी जानकारी दी गई है. इस वर्ष मेडिकल पीजी में दाखिले की अंतिम तिथि 31 जुलाई तक थी, जिसे बढ़ाकर 31 अगस्त कर दिया गया है. स्टेट कोटे की 24 सीटें लगभग खाली रह गई है. इन सीटों को भरने के लिए अब स्पेशल काउंसलिंग का आयोजन किया जाएगा. हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने इशारा किया है कि फिलहाल काउंसलिंग की आवश्यकता नहीं है. मेरिट लिस्ट के आधार पर केंद्र सरकार के निर्देश के अनुसार सीटों को भरे जाने के लिए आधार बनाया जा सकता है. रिम्स और एमजीएम मिलाकर कुल 24 सीटें मेडिकल पीजी में दाखिले के लिए खाली रह गई है.
मारवाड़ी कॉलेज में ऑनलाइन नामांकन
इधर तमाम विश्वविद्यालयों के साथ-साथ ऑटोनोमस कॉलेजों में भी नामांकन की प्रक्रिया संचालित हो रही है. इसी कड़ी में रांची के मारवाड़ी कॉलेज में इंटरमीडिएट के सत्र 2020-22 के सेशन विज्ञान कला और वाणिज्य संकाय में ऑनलाइन नामांकन 26 अगस्त से शुरू किया जाएगा. जो कि 8 सितंबर तक संचालित होगा. नामांकन की तमाम प्रक्रियाएं ऑनलाइन ही की जाएगी. विद्यार्थियों के सर्टिफिकेट भी ऑनलाइन ही अपलोड किए जाएंगे. परेशानी होने पर विद्यार्थी कॉलेज के वेबसाइट पर जारी किए गए संबंधित नंबर पर कांटेक्ट कर सकते हैं.
स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक
इधर शैक्षणिक व्यवस्था को पटरी पर लाने को लेकर लगातार विभाग की ओर से बैठक की जा रही है. इसी कड़ी में प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से भी ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई. बैठक के दौरान 10-12वीं की परीक्षा को देखते हुए स्कूल खोले जाने को लेकर विचार विमर्श किया गया. एसोसिएशन ने विभाग को सुझाव दिया है कि पूरी तरह सुरक्षात्मक कदम उठाते हुए स्कूलों में सप्ताह में 3 से 4 दिन क्लास चलाया जा सकता है.
ऑनलाइन रिफ्रेशर कोर्स की शुरुआत
मंगलवार से रांची विश्वविद्यालय में 8 दिवसीय ऑनलाइन कोर्स की शुरुआत की जाएगी. रिफ्रेशर कोर्स के माध्यम से अध्यापकों का बेसिक स्किल डेवलपमेंट के अलावा उन्हें और भी कई जानकारियां दी जाएगी. इस कोर्स के लिए उन 40 प्राध्यापकों का चयन भी किया गया है. इसमें झारखंड, कर्नाटक समेत कई राज्यों के प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं. इस कोर्स को सही तरीके से संचालित करने को लेकर सोमवार को रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश कुमार पांडे की अध्यक्षता में एक ऑनलाइन सेमिनार का भी आयोजन किया जाएगा. गौरतलब है कि यूजीसी की ओर से प्राध्यापकों के लिए ऑनलाइन ओरियंटेशन और रिफ्रेशर कोर्स आयोजित करने का निर्देश आरयू को दिया गया है.
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आरयू का नाम डॉ रामदयाल मुंडा के नाम पर करने की मांग
डॉ रामदयाल मुंडा की जयंती के अवसर पर रविवार को कई संगठनों ने उनको याद किया. इसी कड़ी में कुछ छात्र संगठनों ने रांची विश्वविद्यालय का नाम डॉ रामदयाल मुंडा करने की मांग की है. दरअसल रांची कॉलेज का नाम बदलकर डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय किया गया है और तब से कुछ आदिवासी छात्र संगठनों की ओर से रांची विश्वविद्यालय का नाम बदलकर डॉ रामदयाल मुंडा करने की मांग की जा रही है. यह मांग डॉ रामदयाल मुंडा की जयंती के अवसर पर भी उठी.
JEE-NEET परीक्षा का विरोध
जेईई-नेट की परीक्षाएं अगले महीने सितंबर में होनी है और इसके विरोध में विद्यार्थियों की ओर से कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया गया था. यह परीक्षा अगले माह सितंबर में ही आयोजित होगी. परीक्षाओं का विरोध लगातार तेज हो रहा है. विद्यार्थियों की मानें तो इस विकट परिस्थिति में विद्यार्थी परीक्षा देने केंद्रों तक कैसे पहुंच पाएंगे. तय समय पर परीक्षा होने से विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटक जाएगा और इस विरोध का साथ अब राजधानी रांची से भी मिल रहा है. रांची के कई अभिभावकों ने भी जेईई और नीट परीक्षा का विरोध, सितंबर महीने में आयोजित करने को लेकर दर्ज कराया है.