रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सहमति पर शिक्षा विभाग और झारखंड एकेडमिक काउंसिल (Jharkhand Academic Council) ने मैट्रिक और इंटरमीडिएट का रिजल्ट का आधार तय कर लिया है. 9वीं और 11वीं का रिजल्ट मूल्यांकन का आधार होगा. इसके अलावा इंटरनल असेसमेंट (Internal Assessment) भी दिया जाएगा.
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मैट्रिक के रिजल्ट को लेकर 9वीं और इंटरमीडिएट के रिजल्ट को लेकर 11वीं के परिणाम के आधार को तय किया जाएगा. झारखंड एकेडमिक काउंसिल (Jharkhand Academic Council) कोशिश कर रहा है कि सीबीएसई के रिजल्ट के साथ-साथ रिजल्ट का प्रकाशन किया जाए.
विद्यार्थियों के लिए प्रैक्टिकल अंक भी अनिवार्य किया गया है. 3 महीने कोरोना काल के दौरान जो क्लासेस शुरू हुई थी, उसकी उपस्थिति को भी माना जाएगा. हालांकि उसमें विद्यार्थियों को सहूलियत दी जाएगी. रिजल्ट तैयार करने के लिए हाई स्कूल के 2 शिक्षक और एक बाहरी शिक्षक का पैनल तैयार किया जा रहा. इसी पैनल के जरिए रिजल्ट तैयार किया जाएगा.
रिजल्ट तैयार करने के लिए जो पैनल का गठन होगा. इससे संबंधित स्कूल के ही 2 शिक्षक रहेंगे. 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों के पिछले सत्र के परफॉर्मेंस को भी देखा जाएगा. झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से आरडीडीई और डीईओ की बैठक बुलाई गई है. जिसमें और भी कई निर्णय लिए जाएंगे.