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JAC EXAM 2022: झारखंड में कोरोना संक्रमण की बढ़ी रफ्तार से मैट्रिक-इंटर परीक्षा पर असमंजस, जानें शिक्षाविदों की राय

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Published : Jan 2, 2022, 12:37 PM IST

Updated : Jan 2, 2022, 12:50 PM IST

झारखंड में कोरोना संक्रमण की बढ़ी रफ्तार से मैट्रिक-इंटर परीक्षा पर असमंजस पैदा हो गया है. JAC EXAM 2022 को लेकर शिक्षाविदों की क्या राय है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट.

JAC EXAM 2022 Confusion over matriculation-inter examination due to increased speed of corona infection in Jharkhand
झारखंड में कोरोना संक्रमण की बढ़ी रफ्तार से मैट्रिक-इंटर परीक्षा पर असमंजस

रांचीः कोरोना की दूसरी लहर के कारण वर्ष 2021 में आयोजित होने वाली मैट्रिक और इंटर की परीक्षाएं जैक ने रद्द कर दी थी. एक बार फिर परीक्षाओं का समय है और कोरोना फिर तेजी से फैलने लगा है. इससे सुचारू ढंग से परीक्षा पर काले बादल मंडराने लगे हैं और विद्यार्थियों में असमंजस है. परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं कि क्या इस वर्ष भी प्रमोट किया जाएगा या फिर शिक्षा विभाग कोई बेहतर रास्ता निकाल पाएगा. इस पर शिक्षाविदों ने ईटीवी भारत से अपनी राय जाहिर की है.

ये भी पढ़ें-भारत में कोविड-19 के 27,553 नए मामले, ओमीक्रोन के 1,525 केस दर्ज



बता दें कि वर्ष 2021 में अधिकतर शिक्षा बोर्ड के साथ झारखंड एकेडमिक काउंसिल यानी जैक ने भी मैट्रिक और इंटर की परीक्षा रद्द कर दी थी और सत्र 2021 में पंजीकृत लगभग 7 लाख से अधिक विद्यार्थियों को प्रमोट किया था. इधर सितंबर और अक्टूबर के बीच धीरे-धीरे चीजें सामान्य होने लगी थीं. जूनियर बच्चों को छोड़, छठी से कॉलेज जाने वाले विद्यार्थियों तक की क्लासेस शुरू हो गईं थीं. लेकिन अब एक बार फिर झारखंड में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई है तो कोरोना की तीसरी लहर की आशंका में विद्यार्थियों के मन में JAC EXAM 2022 को लेकर तरह-तरह के सवाल उठने लगे हैं.

देखें पूरी खबर
परीक्षा पर असमंजसबता दें हालात सामान्य होते देख राज्य सरकार और शिक्षा विभाग जूनियर बच्चों के लिए स्कूल खोलने को लेकर निर्णय लेने वाले थे .अभिभावक आस लगा रहे थे कि अब छोटे बच्चे भी स्कूल जाएंगे. यानी कि अधिकतर चीजें सामान्य होने लगी थीं पर अब नहीं लग रहा है कि फिलहाल चीजें सामान्य होंगी. बताते चलें कि वर्ष 2021 में कई परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया और बच्चों को प्रमोट कर दिया गया.

2022 में आयोजित होने वाली मैट्रिक और इंटर की परीक्षा को लेकर भी शिक्षा विभाग राज्य बोर्ड असमंजस की स्थिति में हैं. इस वर्ष की परीक्षाएं रद्द न हो इसे लेकर झारखंड एकेडमिक काउंसिल अपने स्तर पर तैयारी कर रही है. दूसरी और शिक्षा विभाग के दिशा निर्देश पर इन दोनों परीक्षाओं को कंडक्ट करने पर भी विचार किया जा रहा है. बताते चलें कि इस वर्ष भी 7 लाख परीक्षार्थी इन दोनों परीक्षा में शामिल होंगे .

जैक की उदासीनता से नहीं हुई परीक्षा

इससे पहले दो टर्म में इस साल परीक्षाएं आयोजित करने को लेकर निर्णय लिया गया था. इधर झारखंड एकेडमिक काउंसिल की उदासीनता के कारण अब तक मैट्रिक और इंटर की परीक्षाओं के एक टर्म की परीक्षा भी आयोजित नहीं की जा सकी है. ऐसे में इस बार भी मैट्रिक और इंटर की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को डर है कि कहीं परीक्षा रद्द न हो जाए.

इस मामले को लेकर शिक्षाविदों ने अपनी राय जैक और शिक्षा विभाग को दी है. संबंधित पदाधिकारी भी कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए प्रखंड स्तर पर कोरोना जांच सुनिश्चित करने की तैयारी कर रहे हैं. दक्षिणी छोटानागपुर के शिक्षा उप निदेशक अरविंद विजय बिलुंग ने इस संबंध में जानकारी दी है.

रांचीः कोरोना की दूसरी लहर के कारण वर्ष 2021 में आयोजित होने वाली मैट्रिक और इंटर की परीक्षाएं जैक ने रद्द कर दी थी. एक बार फिर परीक्षाओं का समय है और कोरोना फिर तेजी से फैलने लगा है. इससे सुचारू ढंग से परीक्षा पर काले बादल मंडराने लगे हैं और विद्यार्थियों में असमंजस है. परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं कि क्या इस वर्ष भी प्रमोट किया जाएगा या फिर शिक्षा विभाग कोई बेहतर रास्ता निकाल पाएगा. इस पर शिक्षाविदों ने ईटीवी भारत से अपनी राय जाहिर की है.

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बता दें कि वर्ष 2021 में अधिकतर शिक्षा बोर्ड के साथ झारखंड एकेडमिक काउंसिल यानी जैक ने भी मैट्रिक और इंटर की परीक्षा रद्द कर दी थी और सत्र 2021 में पंजीकृत लगभग 7 लाख से अधिक विद्यार्थियों को प्रमोट किया था. इधर सितंबर और अक्टूबर के बीच धीरे-धीरे चीजें सामान्य होने लगी थीं. जूनियर बच्चों को छोड़, छठी से कॉलेज जाने वाले विद्यार्थियों तक की क्लासेस शुरू हो गईं थीं. लेकिन अब एक बार फिर झारखंड में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई है तो कोरोना की तीसरी लहर की आशंका में विद्यार्थियों के मन में JAC EXAM 2022 को लेकर तरह-तरह के सवाल उठने लगे हैं.

देखें पूरी खबर
परीक्षा पर असमंजसबता दें हालात सामान्य होते देख राज्य सरकार और शिक्षा विभाग जूनियर बच्चों के लिए स्कूल खोलने को लेकर निर्णय लेने वाले थे .अभिभावक आस लगा रहे थे कि अब छोटे बच्चे भी स्कूल जाएंगे. यानी कि अधिकतर चीजें सामान्य होने लगी थीं पर अब नहीं लग रहा है कि फिलहाल चीजें सामान्य होंगी. बताते चलें कि वर्ष 2021 में कई परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया और बच्चों को प्रमोट कर दिया गया.

2022 में आयोजित होने वाली मैट्रिक और इंटर की परीक्षा को लेकर भी शिक्षा विभाग राज्य बोर्ड असमंजस की स्थिति में हैं. इस वर्ष की परीक्षाएं रद्द न हो इसे लेकर झारखंड एकेडमिक काउंसिल अपने स्तर पर तैयारी कर रही है. दूसरी और शिक्षा विभाग के दिशा निर्देश पर इन दोनों परीक्षाओं को कंडक्ट करने पर भी विचार किया जा रहा है. बताते चलें कि इस वर्ष भी 7 लाख परीक्षार्थी इन दोनों परीक्षा में शामिल होंगे .

जैक की उदासीनता से नहीं हुई परीक्षा

इससे पहले दो टर्म में इस साल परीक्षाएं आयोजित करने को लेकर निर्णय लिया गया था. इधर झारखंड एकेडमिक काउंसिल की उदासीनता के कारण अब तक मैट्रिक और इंटर की परीक्षाओं के एक टर्म की परीक्षा भी आयोजित नहीं की जा सकी है. ऐसे में इस बार भी मैट्रिक और इंटर की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को डर है कि कहीं परीक्षा रद्द न हो जाए.

इस मामले को लेकर शिक्षाविदों ने अपनी राय जैक और शिक्षा विभाग को दी है. संबंधित पदाधिकारी भी कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए प्रखंड स्तर पर कोरोना जांच सुनिश्चित करने की तैयारी कर रहे हैं. दक्षिणी छोटानागपुर के शिक्षा उप निदेशक अरविंद विजय बिलुंग ने इस संबंध में जानकारी दी है.

Last Updated : Jan 2, 2022, 12:50 PM IST
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