नई दिल्ली: झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक इरफान अंसारी ने बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी और एनपीआर झारखंड में नहीं लागू होगा. झारखंड में ऐसा कोई कानून लागू नहीं होगा जो आपसी एकता और भाईचारगी को तोड़ेगा.
इरफान अंसारी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि केंद्र सरकार अपने कोई भी वादों को पूरा नहीं करना चाहती है, वे लोगों का मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए सीएए, एनपीआर, एनआरसी जैसे मुद्दों को उठा रही है. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हमसे भारतीय नागरिक होने का प्रमाण मांग रहे हैं, उनको यह मांगने का कोई अधिकार नहीं है.
बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर अच्छे से अध्ययन करने के बाद उसपर कोई बयान देने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि सीएए को लेकर वे पहले आकलन करेंगे, इसमें वह देखेंगे कि राज्य हित में इस कानून का लाभ मिलेगा या नहीं, फिर इस पर कोई निर्णय लेंगे, लेकिन शुक्रवार को उनके सरकार के सहयोगी इरफान अंसारी ने यह साफ कर दिया कि सीएए को झारखंड में लागू नहीं होने देंगे.
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इरफान अंसारी ने मंत्री बनने की जताई इच्छा
वहीं, झारखंड कांग्रेस के सभी विधायक शुक्रवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से दिल्ली में मुलाकात करेंगे. इसको लेकर दिल्ली पहुंचे इरफान अंसारी से ईटीवी भारत संवाददाता ने पूछा कि क्या वह सोनिया गांधी से हेमंत कैबिनेट में मंत्री पद का मांग करेंगे. इसपर उन्होंने कहा कि मैं किसी पद का भूखा नहीं हूं, मुझे जो भी जिम्मेदारी मिलेगी, उसे जिम्मेदारी पूर्वक निभाऊंगा. उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय की तादाद झारखंड में बहुत ज्यादा है और इस समुदाय के वोट से ही कांग्रेस के कई विधायक जीत कर आए हैं. ऐसे में उन्हें भी एक मौका मिलना चाहिए.