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पांडेय गिरोह के 11 सदस्य गिरफ्तार, मंथली वेतन पर काम कर रहे युवक, धमकाने के लिए प्रति विजिट रकम फिक्स - CRIMINALS OF PANDEY GANG ARRESTED

रामगढ़ पुलिस ने पांडे गिरोह के 11 शातिर अपराधियों को पिस्टल के साथ गिरफ्तार है. इनके अलावा 2 अपराधी श्रीवास्तव गैंग से भी हैं.

criminals of Pandey gang arrested
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : 5 hours ago

रामगढ़: पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पांडे और श्रीवास्तव गिरोह के 12 अपराधियों को भुरकुंडा और पतरातू से गिरफ्तार किया है. सभी गिरफ्तार अपराधी रामगढ़ और हजारीबाग जिले में माइंस संचालक, ट्रांसपोर्टर, सरकारी और गैर सरकारी योजना के ठेकेदारों को डरा धमका कर लेवी वसूला करते थे.

पतरातू एसडीपीओ का बयान (ईटीवी भारत)

पुलिस के अनुसार गिरफ्तार अपराधी बरका सयाल 'डी' सीसीएल एरिया में किए जा रहे रोड निर्माण कार्य में हथियार का भय दिखाकर धमकी देते थे और लेवी मांगते थे. इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने एक टीम बनाई जिसने कार्रवाई करते हुए पांडे गिरोह के लिए काम करने वाले 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सभी अभियुक्त जेल में बंद मुकेश साव उर्फ पठान के सम्पर्क में थे.

पुलिस के अनुसार सुनील कुमार फोन कर धमकी देता था और राजविंदर व मोहित संचालकों से पैसा रिसीव कर संगठन को पहुंचाते थे. लेवी का पैसा देने में टालमटोल करने की स्थिति में अन्य सभी अभियुक्त निर्माण स्थल पर जाकर डराने-धमकाने का काम करते थे. इन लोगों द्वारा डराने-धमकाने व काम बंद करवाने से संबंधित वीडियो जेल में बंद पांडे गिरोह के प्रकाश साव के पास प्रमाण के रूप में भेजा जाता था.

पांडेय गिरोह के गिरफ्तार सभी अभियुक्तों ने अपने अपराध स्वीकारोक्ति बयान में इस घटना के साथ-साथ अन्य कई जगहों पर जाकर धमकी देने व रंगदारी मांगने में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. गिरफ्तार अभियुक्तों में अधिकतर लोग तीन-चार महीने पहले ही गिरोह शामिल हुए हैं. इसमे आठ लोग पांच हजार रुपए प्रति महीने और पांच सौ रुपए प्रति विजिट के आधार पर संगठन में बाउंसर के रूप में काम करते थे.

वहीं, श्रीवास्तव गिरोह के दो सदस्यों को अपराध की योजना बनाते हुए पतरातू डैम के पास से हथियार के साथ गिरफ्तार किया है. पकड़े गए दोनों अभियुक्त साहिल सिंह एवं राहुल शर्मा MGCPL कम्पनी के द्वारा किए जा रहे पतरातू रेलवे क्रॉसिंग के पास रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य पर फायरिंग करने की बात स्वीकार की है. गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि उक्त घटना को जेल में बंद श्रीवास्तव गैंग के अमन श्रीवास्तव एवं शिव शर्मा के कहने पर किया गया है.

पतरातू एसडीपीओ पवन कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि पांडे गिरोह के द्वारा 13 लाख की लेवी वसूली गई थी. जब ये पैसा पहुंचा कर अपना कमीशन एक लाख 41 हजार रुपया लेकर लौट रहे थे, इसी दौरान इनकी गिरफ्तारी की गई. इनके पास से पिस्टल भी बरामद किया गए है. वहीं, दूसरी तरफ श्रीवास्तव गिरोह के पास से देसी पिस्टल बरामद किया गए है.

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पतरातू एसडीपीओ का बयान (ईटीवी भारत)

पुलिस के अनुसार गिरफ्तार अपराधी बरका सयाल 'डी' सीसीएल एरिया में किए जा रहे रोड निर्माण कार्य में हथियार का भय दिखाकर धमकी देते थे और लेवी मांगते थे. इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने एक टीम बनाई जिसने कार्रवाई करते हुए पांडे गिरोह के लिए काम करने वाले 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सभी अभियुक्त जेल में बंद मुकेश साव उर्फ पठान के सम्पर्क में थे.

पुलिस के अनुसार सुनील कुमार फोन कर धमकी देता था और राजविंदर व मोहित संचालकों से पैसा रिसीव कर संगठन को पहुंचाते थे. लेवी का पैसा देने में टालमटोल करने की स्थिति में अन्य सभी अभियुक्त निर्माण स्थल पर जाकर डराने-धमकाने का काम करते थे. इन लोगों द्वारा डराने-धमकाने व काम बंद करवाने से संबंधित वीडियो जेल में बंद पांडे गिरोह के प्रकाश साव के पास प्रमाण के रूप में भेजा जाता था.

पांडेय गिरोह के गिरफ्तार सभी अभियुक्तों ने अपने अपराध स्वीकारोक्ति बयान में इस घटना के साथ-साथ अन्य कई जगहों पर जाकर धमकी देने व रंगदारी मांगने में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. गिरफ्तार अभियुक्तों में अधिकतर लोग तीन-चार महीने पहले ही गिरोह शामिल हुए हैं. इसमे आठ लोग पांच हजार रुपए प्रति महीने और पांच सौ रुपए प्रति विजिट के आधार पर संगठन में बाउंसर के रूप में काम करते थे.

वहीं, श्रीवास्तव गिरोह के दो सदस्यों को अपराध की योजना बनाते हुए पतरातू डैम के पास से हथियार के साथ गिरफ्तार किया है. पकड़े गए दोनों अभियुक्त साहिल सिंह एवं राहुल शर्मा MGCPL कम्पनी के द्वारा किए जा रहे पतरातू रेलवे क्रॉसिंग के पास रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य पर फायरिंग करने की बात स्वीकार की है. गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि उक्त घटना को जेल में बंद श्रीवास्तव गैंग के अमन श्रीवास्तव एवं शिव शर्मा के कहने पर किया गया है.

पतरातू एसडीपीओ पवन कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि पांडे गिरोह के द्वारा 13 लाख की लेवी वसूली गई थी. जब ये पैसा पहुंचा कर अपना कमीशन एक लाख 41 हजार रुपया लेकर लौट रहे थे, इसी दौरान इनकी गिरफ्तारी की गई. इनके पास से पिस्टल भी बरामद किया गए है. वहीं, दूसरी तरफ श्रीवास्तव गिरोह के पास से देसी पिस्टल बरामद किया गए है.

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