रांचीः अगर आपने कुछ बनने का सपना देखा है तो आप इसे साकार करने के लिए तब तक प्रयास करते रहें जब तक की यह हकीकत में नहीं बदल जाता है. इसके लिए आपको असफलता की चिंता नहीं करनी है. कुछ ऐसे ही करियर टिप्स के साथ आगामी सिविल सेवा परीक्षा में बैठने की तैयारी में जुटे विद्यार्थियों को भारतीय प्रशासनिक सेवा के विभिन्न बैच के अधिकारियों ने जानकारी दी.
सोमवार को रांची के राजकीय पुस्तकालय में झारखंड आईएएस ऑफिसर्स वाइव्स एसोसिएशन (JIASOWA) की ओर से आयोजित इंटरैक्टिव कार्यक्रम में इन अधिकारियों ने खुलकर अपने अनुभव साझा किये. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारतीय प्रशासनिक सेवा बैच 2022, झारखंड कैडर के प्रशिक्षु अधिकारी रवि कुमार, दीपेश कुमारी, कृष्णकांत कांवरिया, श्रुति राजलक्ष्मी एवं प्रांजल शामिल हुए.
इस मौके पर प्रशिक्षु अधिकारियों ने विद्यार्थियों को टाइम मैनेजमेंट के साथ पढ़ाई के तौर तरीके बताए. इंटरैक्टिव सेशन में विद्यार्थियों को टाइम मैनेजमेंट के साथ एनसीईआरटी की किताबें पढने की सलाह दी गई. ऑनलाइन, ऑफलाइन कोचिंग पर भी विचार व्यक्त किए गए साथ ही गहन अध्ययन के लिए समय की कोई बाध्यता से दूर रहने की सलाह दी गई.
जेसोवा की पहल को विद्यार्थियों ने सराहाः सिविल के साथ साथ विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी में जुटे विद्यार्थियों के लिए आयोजित इस कार्यक्रम को लेकर जेसोवा अध्यक्ष मिनी सिंह ने कहा कि इसके जरिए वैसे छात्र-छात्राएं जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं उन्हें मदद मिलेगी. वहीं सचिव मनु झा ने कहा कि प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राएं अपनी तैयारी किस प्रकार बेहतर कर सकते हैं ताकि उन्हें सफलता मिले इसके लिए सिविल सेवा परीक्षा में सफल रहे अभ्यर्थियों से टिप्स दिया जा रहा है. इंटरैक्टिव सेशन में भाग ले रहे विद्यार्थियों ने जेसोवा की इस पहल की सराहना की है. इंटरैक्टिव सेशन के दौरान छात्रों द्वारा प्रशिक्षु अधिकारियों से जमकर तैयारी को लेकर सवाल भी पूछा गया जिसका जवाब भी दिया गया.
मोटिवेशन के साथ तैयारी, लक्ष्य पाने की बनाता है राह आसानः इंटरैक्टिव सेशन में आईएएस अधिकारी रवि कुमार ने छात्र-छात्राओं से कहा कि यूपीएससी अथवा जेपीएससी का सिलेबस काफी बड़ा और विस्तृत है. सभी छात्र-छात्राएं एक बेहतर मोटिवेशन के साथ तैयारी में जुटें. ये मोटिवेशन आपकी स्थिति, आपकी आर्थिक स्थिति अथवा आपके परिवार की स्थिति या आपके वैसे दोस्त जिन्होंने एग्जाम क्रैक कर लिया है वहां से आ सकती है. यूपीएससी अथवा जेपीएससी परीक्षा की तैयारी करने में मोटिवेशन के साथ-साथ कमिटमेंट जरूर होनी चाहिए.आप सभी लोग एक लक्ष्य बनाकर बेहतर तैयारी करें, सफलता अवश्य मिलेगी.
आईएएस अधिकारी श्रुति राजलक्ष्मी ने कहा कि आप सभी छात्र-छात्राएं तैयारी करते समय अपना कांसेप्ट क्लियर रखें. अच्छी तैयारी के लिए अच्छी रणनीति बनाना जरूरी है. संभव हो तो सोशल मीडिया का कम उपयोग करें. आईएएस अधिकारी प्रांजल ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने 30 वर्ष की उम्र में यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी. तैयारी करने वालों के लिए 30 वर्ष की उम्र कोई अधिक उम्र नहीं है. यूपीएससी हो या जेपीएससी आप तीन अटेम्प्ट तक जरूर प्रयास करें. अगर आपको तीन अटेम्प्ट तक सफलता नहीं मिलती है तो आप अपनी क्षमता के अनुसार अन्य क्षेत्र में भी एक सफल करियर बना सकते हैं. आज के वर्तमान दौर में देश को हर क्षेत्र में एक्सपर्ट की जरूरत है. आप किसी भी क्षेत्र में अच्छा कर अपनी पहचान बना सकते हैं. टाइम मैनेजमेंट बहुत ही आवश्यक है. बिना टाइम मैनेजमेंट और निरंतर अभ्यास के सफलता मिल पाना मुश्किल है.
आईएएस अधिकारी कृष्णकांत कांवरिया ने कहा कि मैंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई गांव के ही हिंदी मीडियम सरकारी स्कूल से की थी. मुझे 12वीं क्लास में मात्र 58 प्रतिशत मार्क्स मिले थे. इसके बावजूद में आगे चलकर डॉक्टर बना, फिर मेरा लक्ष्य यूपीएससी रहा. किसी भी प्रतियोगिता-परीक्षा में सफलता पाने के लिए जरूरी है कि आपका मार्गदर्शन किस प्रकार हो रहा है. मार्गदर्शक अच्छा हो तो सफलता जल्द मिलती है. तैयारी को लेकर आपका प्लान तथा योजना के आधार पर रणनीति अच्छी होनी चाहिए.
आईएएस अधिकारी दीपेश कुमारी ने कहा कि किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए टाइम मैनेजमेंट जरूरी है. तैयारी हेतु पढ़ाई नॉर्मल करें परंतु मेहनत के साथ-साथ आपका गोल फिक्स होना चाहिए. बहरहाल जेसोवा द्वारा आयोजित इस इंटरैक्टिव सेशन से यूपीएससी और जेपीएससी की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को नि:संदेह एक नई रौशनी मिली है जिसके माध्यम से उन्हें मंजिल तक पहुंचने का रास्ता आसान होगा.