गढ़वाः भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य पार्टी के प्रमंडलस्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने एक दिवसीय दौरे पर पलामू पहुंचे हैं. इस दौरान दीपांकर भट्टाचार्य गढ़वा भी पहुंचे. गढ़वा में दीपांकर ने मीडिया से कई अहम मुद्दों पर बातचीत की.
इंडिया ब्लॉक में फूट पर कही ये बात
दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान इंडिया गठबंधन में फूट पर उन्होंने बयान दिया है. दीपांकर ने कहा कि भाजपा को हराने के लिए इंडिया गठबंधन बनाया गया था. हर राज्य में स्थितियां अलग-अलग होती हैं. उसके अनुरूप काम होता है. कोई जरूरी नहीं है कि हर राज्य में इंडिया ब्लॉक मिलकर ही चुनाव लड़े. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी भी दो विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इसके अलावा जो भी पार्टी भाजपा के खिलाफ लड़ेगी, हम उसका समर्थन करेंगे.
जरूरत के हिसाब से इंडिया गठबंधन
इंडिया गठबंधन में सहयोगी दल जो धीरे-धीरे कांग्रेस का साथ छोड़ते जा रही हैं इस सवाल पर उन्होंने कहा कि यह मीडिया की उपज है. लेकिन पश्चिम बंगाल, पंजाब और दिल्ली के सवाल पर उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन जरूरत के हिसाब से रहेगी.
झारखंड में जन सरोकार की सरकार
इस मौके पर दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि वर्तमान में झारखंड में जन सरोकार की सरकार है. यहां की जनता ने जो हमें सम्मान दिया है हम उसका आदर करते हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड के अंदर आम लोगों की बात हो या यहां के आदिवासियों की सुरक्षा की बात हो, नौजवानों की बात हो या गरीबों की बात हो राज्य सरकार बेहतर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि राज्य में किसी का शोषण न हो और पलायन न हो इस बात की गारंटी हो. उन्होंने कहा कि हम कोशिश यह करेंगे कि हमारी बात जन-जन तक पहुंच सके.
भाजपा पर लगाए कई आरोप
उन्होंने कहा कि भाजपा झूठ, नफरत और उन्माद फैला कर झारखंड में चुनाव जितना चाहती थी, लेकिन राज्य की जनता ने भाजपा को रोक दिया. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार आज किसानों, मजदूरों, नौजवानों के ऊपर लगातार हमले करवा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने जो कृषि कानून को वापस लिया था, आज उसे पिछले दरवाजे से कृषि नीति के नाम पर फिर से ला रही है.
दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि बजट आने वाला है. उन्होंने कहा कि बजट काम के सवाल पर बनना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार का कहना है सप्ताह में 90 घंटे का काम मिलेगा, लेकिन उसका दाम कितना मिलेगा इसकी भी बात होनी चाहिए.
बाबा साहब का अपमान करने का आरोप
उन्होंने कहा कि आज संविधान के 75 वर्ष पूरे हो रहा हैं और उसी संसद में गृह मंत्री बाबा साहब के बारे में अनाप-शनाप बोल रहे हैं. मोहन भागवत ने मंदिर को आजादी से जोड़ दिया, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि लड़ाई ज्यादा लंबी हो गई है. मंदिर और मस्जिद अलग-अलग बन जाना चाहिए. इसी मुद्दे पर यह फैसला आया था कि देश में कहीं भी मस्जिद और मंदिर की बात न हो, पर आज हर तरफ मंदिर और मस्जिद हो रहा है. इससे देश का भला होने वाला नहीं है.
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