रांची: गुमला में दो लोगों को जिंदा जलाने के (Two people burnt alive) मामले में घायलों को इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया है. हालांकि बुरी तरह से झुलसे सुनील उरांव की इलाज के दौरान मौत हो गई है. वहीं घायल आशीष उरांव की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है. यहां परिजनों ने शासन-प्रशासन से न्याय की गुहार (relatives pleaded for justice) लगाई है.
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बुधवार को घटना होने के बाद घायल आशीष उरांव को रिम्स अस्पताल लाया गया. जहां पर रिम्स के बर्न वार्ड में डॉ. शीतल मलवा की निगरानी में उसका इलाज चल रहा है. आशीष उरांव का मुंह और शरीर का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से जल गया है. यहां डॉक्टर्स की निगरानी में उसका इलाज किया जा रहा है. आशीष उरांव के भाई ने बताया कि कुछ लोगों ने उसके भाई को जबरदस्ती घर से उठाकर ले गया और पेट्रोल छिड़ककर उसके शरीर पर आग लगा दी. शासन प्रशासन से परिजनों ने मांग किया है कि जल्द से जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी हो और उन्हें इलाज के लिए मुआवजा मिले.
घायल आशीष के भाई ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दो बोतल पेट्रोल अपराधियों के पास था. जिसमें एक बोतल पेट्रोल मोटरसाइकिल पर छिड़की गई तो दूसरी बोतल पेट्रोल आशीष के शरीर पर छिड़का गया. इसके बाद उसे बाइक के साथ ही आग के हवाले कर दिया. अस्पताल में आए आशीष उरांव के परिजनों ने बताया कि उनका भाई निर्दोष था लेकिन उग्र भीड़ ने उनकी एक न सुनी और जबरदस्ती उनके भाई पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी.
क्या है मामलाः गुमला जिला के सदर थाना क्षेत्र में बुधवार रात दो लोगों को बाइक के साथ जिंदा जला दिया गया है. इनके नाम सुनील उरांव और आशीष उरांव है. कहा जा रहा है कि आग लगने के बाद दोनों किसी तरह वहां से भागे और गांव में पहुंच कर जान बचाने की कोशिश की. जिसके बाद दोनों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां से दोनों को रिम्स भेजा गया. जहां इलाज के दौरान सुनील उरांव की मौत हो गयी. घटना को लेकर सुनील के परिजनों का कहना है कि किशुन उरांव बुधवार रात कुछ लोगों के साथ उनके गांव पहुंचा और सुनील और आशीष को बात करने के बहाने अपने साथ गांव ले गया. इसके बाद दोनों के साथ मारपीट की गई और फिर दोनों पर पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया गया.