रांची: आईआईएम रांची के छात्र शिवम पांडे की मौत किन परिस्थितियों में हुई, शिवम की मौत, हत्या है या आत्महत्या, इन सारे बिंदुओं पर रांची पुलिस के द्वारा बनाई गई एसआईटी जांच में जुटी हुई है. मामले की जांच के लिए शिवम का मोबाइल फोन भी पुलिस ने जब्त कर लिया है, फिलहाल जिस कमरे में शिवम का शव मिला था उसे भी सील कर दिया गया है.
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चैट और कॉल हिस्ट्री निकालने की जुगत में एसआईटी: शिवम की मौत के रहस्य पर से पर्दा उठाने के लिए काम कर रही एसआईटी ने सबसे पहले शिवम के मोबाइल फोन को अपने कस्टडी में लिया है. हालांकि, मोबाइल फोन लॉक होने की वजह से उसे खोला नहीं जा सका है. टेक्निकल सेल की मदद से फोन को अनलॉक करने की कोशिश की जा रही है. जैसे ही फोन अनलॉक हो जाएगा, पुलिस को वह सभी जानकारियां हासिल हो जाएंगी, जो जांच में आगे मदद करेंगे. मसलन मौत से पहले शिवम ने किन-किन लोगों से बात की थी, किन लोगों से चैट किया था.
चैट के दौरान क्या कोई ऐसी बातें शिवम के द्वारा लिखी गई थी कि वह डिप्रेशन में है या फिर किसी तरह की परेशानी में है. शिवम देर रात तक ऑनलाइन था, ऐसे में पुलिस को यह जानकारी भी लेनी है कि वह किसके साथ देर रात तक चैट कर रहा था. वहीं दूसरी तरफ एसआईटी ने शिवम का कॉल डिटेल निकाल लिया है, जिसका बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है.
एक दिन पूर्व देर रात तक हुई थी पार्टी: रांची पुलिस की जांच के दौरान यह जानकारी भी मिली है कि आईआईएम कैंपस में 15 जनवरी की रात लोहड़ी की एक पार्टी हुई थी. पार्टी देर रात तक चली थी. एसआईटी ने बुधवार को आईआईएम पहुंचकर पार्टी वाले जगह को भी सील कर दिया है. एफएसएल के द्वारा पार्टी स्थल की भी जांच करवाई गई है. शिवम के साथ पढ़ने वाले उसके सहपाठियों से भी लंबी पूछताछ की गई है.
क्यों संदेहास्पद है शिवम की मौत: दरअसल, पुलिस को जांच के दौरान शिवम के कमरे से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला था. शिवम अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी के फंदे से लटका पड़ा मिला था और उसके दोनों हाथ बंधे हुए थे. वहीं, बिना पुलिस को सूचना दिए ही शव को फंदे से उतार दिया गया था. यह दो प्रमुख तथ्य हैं, जो किसी साजिश की तरफ इशारा करते हैं. शिवम के परिजनों ने इसी वजह से थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज करवाई है. अब पूरी जिम्मेवारी रांची पुलिस की एसआईटी की है, कि वह सारे तथ्यों की पड़ताल करते हुए मामले के असली पहलुओं को उजागर करे.