रांची: तीसरी लहर के बाद झारखंड में कोरोना संक्रमण की रफ्तार नगण्य हो गयी थी. लेकिन पिछले चार दिनों में जिस तरह से राजधानी रांची में कोविड के केस मिले हैं, वह आंकड़ा परेशान करने वाला है. राज्य में 08 मार्च से 11 मार्च के बीच कुल 322 कोरोना संक्रमित मिले हैं, जिसमें से 260 केस अकेले रांची में दर्ज किए गए हैं. झारखंड में कोरोना की इतनी बड़ी संख्या में केस उस वक्त मिल रहे हैं, जब औसतन 27 से 28 हजार सैंपल की जांच ही हो रही है.
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7 मार्च 2022 को राज्य में सिर्फ 27 कोविड मरीज मिले थे, जिसमें से 17 केस रांची में मिले थे. उसके बाद 08 मार्च को 26,692 सैंपल टेस्ट में राज्य में 90 कोरोना केस मिले जिसमें से 75 केस रांची के थे. वहीं, 09 मार्च को करीब 26 हजार सैंपल की जांच में 87 संक्रमित मिले, जिसमें से 70 केस रांची के थे. 10 मार्च को राज्य में 29,561 सैंपल की जांच में 80 सैंपल कोरोना पॉजिटिव मिले थे, जिसमें से 68 केस रांची के थे और 11 मार्च को भी राज्य में 25,362 सैंपल की जांच में 65 संक्रमित मिले हैं जिसमें से 47 केस रांची के हैं.
प्रवासियों में बड़ी संख्या में मिल रहे हैं संक्रमित: रांची में कोरोना टेस्टिंग के नोडल अधिकारी डॉ. अखिलेश झा कहते हैं कि ओडिशा, दिल्ली से आने वाले प्रवासियों के कोरोना का रैपिड एंटीजन टेस्ट पॉजिटिव आ रहा है. डॉ. अखिलेश झा कहते हैं कि अच्छी बात यह है कि जिन लोगों का RAT रिपोर्ट पॉजिटिव आ रहा है, उनका RT-PCR टेस्ट नेगेटिव आ जा रहा है. डॉ. अखिलेश झा कहते हैं कि रैपिड एंटीजन किट की गुणवत्ता जांचने के लिए 75 किट कोलकाता भेजा गया है.
कोरोना का खतरा बरकरार,सावधानी जरूरी- डॉ. बिमलेश सिंह: झारखंड और खास कर राजधानी रांची में कोरोना के केस बढ़ने से चिंतित मेडिकल अफसर और नोडल अधिकारी डॉ. बिमलेश सिंह कहते हैं कि कोरोना समाप्त नहीं हुआ है ऐसे में सजग रहने की जरूरत है.
कोरोना इंडिकेटर्स में दिखने लगा संक्रमण का असर: झारखंड में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ते ही कोरोना इंडिकेटर्स में इसका असर दिखने लगा है. 7 मार्च 2022 को जहां 7 डेज डबलिंग डे यानि जिस रफ्तार से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं उस रफ्तार से केस दुगुनी होने में 10,490 दिन लगता था, जो अब घटकर 5,778 दिन का रह गया है. इसी तरह कोरोना का रिकवरी रेट भी 98.72% से घटकर 98.70 % हो गया. हालांकि अब फिर से कोरोना की रफ्तार धीमी हो रही है. अगर लापरवाही नहीं बरती गई तो जल्द ही कोरोना पूरी तरह से खत्म हो जाएगा.