रांचीः राजधानी में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है. जिले के बुढ़मू प्रखंड में बुधवार को कई जगहों पर बारिश के साथ भारी ओलावृष्टि और आंधी चलने से भारी क्षति हुई है. ओलावृष्टि से दर्जनों किसानों की फसल नष्ट हो गई है. उमेडंडा निवासी इमरान का एरूद स्थित मुर्गी शेड का एक हिस्सा टूटकर गिर गया इससे लगभग 75 हजार का नुकसान हुआ है.
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वहीं ओलावृष्टि से ज्यादातर तरबूजा और खरबूजा के फसल को नुकसान हुआ है. बड़का मुरू निवासी मनोज कुमार सिंह ने लीज पर 5 एकड़ जमीन लेकर तरबूज की खेती की थी जो ओलावृष्टि से बर्बाद हो गई.
टमाटर सहित कई फसलें चौपट
रघुनाथ पहान एरूद निवासी ने 3 एकड़ में तरबूज और खरबूज लगाया था जो नष्ट हो गया, अमृत महतो का 2 एकड़ तरबूज और दो एकड़ में टमाटर, सीता देवी की एक एकड़ टमाटर, जीतभान महतो का करैली, नेनुआ और टमाटर, भोला महतो की टमाटर, नेनुआ, करैली, चमन महतो की टमाटर, काशी नाथ महतो की टमाटर, राजेश महतो की टमाटर, नेनुआ और करैली, तुलो देवी की टमाटर, कालेश्वर महतो बेतांगी की टमाटर सहित क्षेत्र के कई किसानों की फसलें तबाह हो गईं.
मदद की गुहार
पीड़ित किसानों ने अब सरकार से मदद की गुहार लगाई है. सरकार से आपदा राहत कोष से मुआवजा मांग की है. प्रखंड अंचलाधिकारी शंकर कुमार विद्यार्थी ने मामले की जानकारी लेकर आपदा राहत कोष से मुआवजा देने की बात कही है.
उन्होंने कहा कि इसके लिए किसान मुखिया से सत्यापित आवेदन और फोटो के साथ जमीन की रसीद अंचल में जमा करें. इस ओलावृष्टि की खबर पाकर उमेडंडा मुखिया रामदेव पहान ने खेतों का निरीक्षण किया और कहा आपदा राहत कोष के तहत जो भी मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा.