रांची: पूरा राज्य हीट वेव की चपेट में है. मौसम केंद्र की ओर से हर दिन अलर्ट जारी कर बताया जा रहा है कि आगामी 11 जून तक पूरे राज्य में लू चलेगी. आगाह किया जा रहा है कि दिन में 12 बजे के बाद बेवजह घर से निकलना बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकता है. लेकिन इस चेतावनी पर राज्य के शिक्षा विभाग की नजर नहीं जा रही है. इतनी प्रचंड गर्मी के बावजूद रांची प्रमंडल के सरकारी स्कूल 5 जून से खुल चुके हैं. इसका खामियाजा नौनिहालों को उठाना पड़ रहा है. देह झुलसाने वाली गर्मी में छोटे-छोटे बच्चों को स्कूल जाना पड़ रहा है. दूसरी तरफ अस्पतालों में लू से प्रभावित मरीजों के संख्या में इजाफा हुआ है. बच्चों के नाक से खून बहने और बुखार लगने की शिकायत आम हो गई है.
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इतने गंभीर मसले पर रांची के शिक्षा अधीक्षक आकाश कुमार से ईटीवी भारत की टीम ने फोन पर बात की तो उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा संघ की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है. लेकिन इसपर अंतिम फैसला विभाग को लेना है. उनसे यह भी पूछा गया कि क्या यह बात सही है कि कई स्कूलों में मीड डे मिल नहीं दिया जा रहा है. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि सिल्ली के एक स्कूल से इस तरह की शिकायत मिली थी. उसको दुरूस्त करा लिया गया है. उन्होंने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष से मीड डे मिल के अनाज को ब्लॉक से स्कूलों तक पहुंचाने के लिए आपूर्तिकर्ता चयनित हुए हैं. पूर्व में इस काम में शिक्षकों के लगने की वजह से शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही थी. हालाकि जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक बुढ़मू के कई स्कूलों में बच्चों को मीड डे मिल नहीं मिल पा रहा है.
हिट वेव के कारण अप्रैल में बदला गया था समय: आश्चर्य की बात है कि पूरा राज्य प्रचंड गर्मी से बेहाल है लेकिन स्कूली शिक्षा विभाग सो रहा है. इसी साल अप्रैल माह में अचानक गर्मी बढ़ी थी. संथाल के गोड्डा में पारा 45 डिग्री के पार चला गया था. उस दौरान पूरे संथाल में पारा 40 डिग्री से ऊपर था. फिर भी रांची का अधिकतम तापमान 39 के आसपास था. जब बात उठी तो स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव के रवि कुमार ने आदेश जारी कर राज्य के सभी स्कूलों का समय बदल दिया था. उस आदेश के मुताबिक 19 अप्रैल से 25 अप्रैल तक केजी से 5 तक की कक्षाएं सुबह 7 से 11 और छह से ऊपर की कक्षाएं सुबह 7 से 12 बजे तक संचालित हुई थी. बाद में पारा गिरने की वजह से पूर्व की तरह कक्षाएं चलने लगीं. लेकिन जून माह में जिस तरह से गर्मी पड़ रही है, उसपर कोई गौर नहीं कर रहा है.
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खास बात है कि राज्य के ज्यादातर निजी स्कूलों में 12 जून तक गर्मी का अवकाश है. पूरे मामले की पड़ताल के दौरान पता चला कि राज्य में शिक्षकों को साल भर में 64 छुट्टी मिलती है. गर्मी की छुट्टी के दौरान संबंधित प्रमंडल में गर्मी के हालात को देखते हुए जिला शिक्षा संघ और जिला पदाधिकारी ग्रीष्मावकाश का समय तय करते हैं. दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के सरकारी स्कूलों में 15 मई से 3 जून तक स्कूल बंद थे. 4 जून को रविवार था. इसलिए 5 जून से स्कूल खुल गये हैं. स्कूलों में सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक कक्षाएं चल रही हैं. अब आप समझ सकते हैं कि इस प्रचंड गर्मी में नौनिहाल किस तरह की परेशानी झेल रहे होंगे. हालांकि जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक पलामू और संथाल में थोड़ा विलंब से गर्मी की छुट्टी हुई थी. इसलिए कई जिलों में 12 जून से सरकारी स्कूल खुलेंगे. उन जगहों के अभिभावक और बच्चे तो राहत में हैं लेकिन राज्य के ज्यादातर जिलों में सरकारी स्कूल खुल चुके हैं.
11 जून तक कहां कितना रहेगा पारा: रांची मौसम केंद्र के मुताबिक अगले 11 जून तक अधितकम पारा देवघर में 33 डिग्री, धनबाद में 44 डिग्री, गोड्डा में 45 डिग्री, जामताडा़ में 44 डिग्री, साहिबगंज और पाकुड़ में 43 डिग्री सेल्यियस रहेगा. जबकि कोडरमा में 44 डिग्री, चतरा में 44 डिग्री, गढ़वा में 45 डिग्री, पलामू में 45, लातेहार में 43 और लोहरदगा में 43 डिग्री रहेगा. यही नहीं बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग, रांची, खूंटी और गुमला में पारा 40 से 42 डिग्री के बीच रहेगा. इसके अलावा, सरायकेला, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सिमडेगा में भी पारा 43 डिग्री सेल्सियस रहेगा. अब इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि राज्य का स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग नौनिहालों को लेकर कितना सजग और गंभीर है.