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रिम्स में जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन का स्वास्थ्य मंत्री ने किया उद्घाटन, अब 72 घंटे में ही मिलेगी कोरोना के नए वैरिएंट की रिपोर्ट

रिम्स में जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन का स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने उद्घाटन किया है. इस मशीन के लगने के साथ ही झारखंड में कोरोना के नए वैरिएंट की पहचान आसान हो गई है.

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रिम्स में उद्घाटन
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Published : Jul 6, 2022, 2:30 PM IST

Updated : Jul 6, 2022, 4:07 PM IST

रांची: झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में बुधवार को जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन का उद्घाटन और डिपार्टमेंट ऑफ जेनेटिक्स एंड जिनोमिक्स का लोकार्पण किया गया. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने उद्घाटन करते हुये कहा कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट की पहचान 72 घंटों के भीतर होगी. इसके साथ ही वंशानुगत यानी जेनेटिक डिसऑर्डर की वजह से होने वाली बीमारियों की पहचान और इलाज भी आसान हो जाएगा.

ये भी पढे़ं:- कोरोना की संभावित चौथी लहर सामने, रिम्स में शोभा की वस्तु बनी जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन!

उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान बीजेपी विधायक समरीलाल काफी नाराज दिखे. शिलापट्ट पर नाम नहीं होने से नाराज विधायक ने रिम्स निदेशक कामेश्वर प्रसाद से अपनी नाराजगी जताई और सवाल किया क्या कि क्या हम जनप्रतिनिधि हैं. समरीलाल ने कहा जो लिस्ट बनाता है उसे इन बातों का ध्यान रखना चाहिए, स्वास्थ्यमंत्री स्वस्थ्यमंत्री बन्ना गुप्ता के बीच बचाव और शिलापट्ट पर नाम लिखवा देने की बात कहने पर भाजपा विधायक शांत हुये.

क्या कहते हैं स्वास्थ्य मंत्री

स्वस्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि 'आज गर्व का दिन है. इसकी वजह है कि कोरोना वायरस के जीनोम सिक्वेंसिंग की ही नहीं, बल्कि आज एक अलग विभाग आनुवंशिकी एवं जीनोमिक्स का भी उद्घाटन हो रहा है. इस विभाग के माध्यम से राज्य के उन मरीजों को सुविधा मिलेगी, जो जीन डिसऑर्डर से जूझ रहे हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य में यह विभाग स्वास्थ्य के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा.'

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ट्राइबल इलाकों में सीकल सेल एनीमिया, थैलसीमिया, हिमोफिलिया जैसी बीमारियों के मरीजों को भी फायदा होगा. यह मशीन 384 किस्म की जांच करने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा कि तीसरी लहर के दौरान नये वैरियंट की पहचान में देरी की वजह से कोरोना वायरस खतरनाक होने लगा था. उन्होंने कहा कि जब कोरोना आया था, तब राज्य में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा नहीं थी. लेकिन आज 15 जगह पर आरटी पीसीआर जांच, 300 जगह पर ट्रू नेट जांच और 110 पीएसए प्लांट्स हैं.

देखें वीडियो


जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन के उद्घाटन के बाद 92 कोरोना संक्रमित मरीजों के सैंपल जांच की जा रही है, जिसकी रिपोर्ट 72 घंटे के अंदर आ जायेगी. स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मांग करते हुये कहा कि स्वास्थ्य की योजनाओं में केंद्रांश 60:40 से बढ़ा कर 90:10 किया जाये. उन्होंने कहा कि बूस्टर डोज की भी निशुल्क व्ययवस्था केंद्र सरकार करें, ताकि गरीब जनता को लाभ मिल सके. भाजपा विधायक समरीलाल ने कहा कि रिम्स लगातार स्वास्थ्य के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है और जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन का लाभ मिलेगा.

रांची: झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में बुधवार को जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन का उद्घाटन और डिपार्टमेंट ऑफ जेनेटिक्स एंड जिनोमिक्स का लोकार्पण किया गया. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने उद्घाटन करते हुये कहा कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट की पहचान 72 घंटों के भीतर होगी. इसके साथ ही वंशानुगत यानी जेनेटिक डिसऑर्डर की वजह से होने वाली बीमारियों की पहचान और इलाज भी आसान हो जाएगा.

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उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान बीजेपी विधायक समरीलाल काफी नाराज दिखे. शिलापट्ट पर नाम नहीं होने से नाराज विधायक ने रिम्स निदेशक कामेश्वर प्रसाद से अपनी नाराजगी जताई और सवाल किया क्या कि क्या हम जनप्रतिनिधि हैं. समरीलाल ने कहा जो लिस्ट बनाता है उसे इन बातों का ध्यान रखना चाहिए, स्वास्थ्यमंत्री स्वस्थ्यमंत्री बन्ना गुप्ता के बीच बचाव और शिलापट्ट पर नाम लिखवा देने की बात कहने पर भाजपा विधायक शांत हुये.

क्या कहते हैं स्वास्थ्य मंत्री

स्वस्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि 'आज गर्व का दिन है. इसकी वजह है कि कोरोना वायरस के जीनोम सिक्वेंसिंग की ही नहीं, बल्कि आज एक अलग विभाग आनुवंशिकी एवं जीनोमिक्स का भी उद्घाटन हो रहा है. इस विभाग के माध्यम से राज्य के उन मरीजों को सुविधा मिलेगी, जो जीन डिसऑर्डर से जूझ रहे हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य में यह विभाग स्वास्थ्य के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा.'

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ट्राइबल इलाकों में सीकल सेल एनीमिया, थैलसीमिया, हिमोफिलिया जैसी बीमारियों के मरीजों को भी फायदा होगा. यह मशीन 384 किस्म की जांच करने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा कि तीसरी लहर के दौरान नये वैरियंट की पहचान में देरी की वजह से कोरोना वायरस खतरनाक होने लगा था. उन्होंने कहा कि जब कोरोना आया था, तब राज्य में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा नहीं थी. लेकिन आज 15 जगह पर आरटी पीसीआर जांच, 300 जगह पर ट्रू नेट जांच और 110 पीएसए प्लांट्स हैं.

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जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन के उद्घाटन के बाद 92 कोरोना संक्रमित मरीजों के सैंपल जांच की जा रही है, जिसकी रिपोर्ट 72 घंटे के अंदर आ जायेगी. स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मांग करते हुये कहा कि स्वास्थ्य की योजनाओं में केंद्रांश 60:40 से बढ़ा कर 90:10 किया जाये. उन्होंने कहा कि बूस्टर डोज की भी निशुल्क व्ययवस्था केंद्र सरकार करें, ताकि गरीब जनता को लाभ मिल सके. भाजपा विधायक समरीलाल ने कहा कि रिम्स लगातार स्वास्थ्य के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है और जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन का लाभ मिलेगा.

Last Updated : Jul 6, 2022, 4:07 PM IST
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