रांची: स्वर्णिम विजय मशाल यात्रा रांची पहुंच गई है. ईस्टर्न कमांड द्वारा इस यात्रा को राजभवन लाया गया है. बताते चलें कि साल 1971 में पूरी दुनिया में भारत ने अपना परचम लहराया था. पाकिस्तानी फौज के 93 हजार सैनिकों ने भारतीय फौज के सामने हथियार डाले थे, जिसके बाद बांग्लादेश का अपना अस्तित्व बना. ईस्टर्न कमांडर दिलीप सिंह इसे लेकर आए.
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यूं तो हर साल 16 दिसंबर विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है, 2021 में विजय दिवस के 50 साल पूरे होने के मौके पर स्वर्णिम विजय दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में स्वर्णिम मशाल यात्रा निकाली गई है.