रांची: छोटानागपुर संतालपरगना क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व मंत्री एकीकृत बिहार सरकार, एसटी आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष बाबा बंदी उरांव बुधवार को पंचतत्व में विलीन हो गए. इससे पहले बंदी उरांव की अंतिम यात्रा इटकी रोड स्थित बगीचा टोली से निकाली गई और सबसे पहले कांग्रेस भवन लाया गया, जहां प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी, साथ ही तिरंगा पार्थिव देह पर ओढाया.
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श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि पुलिस अधिकारी से लेकर राजनीतिक जीवन की एक लंबी पारी में बंदी उरांव ने हमेशा सिद्धांतों, मूल्यों और विचारों की राजनीति की, आदिवासी समाज का एक महान व्यक्तित्व हमसे आज दूर हो गया, लेकिन जो उनके मूल आदर्श और सिद्धांत थे, जिसके लिए उन्होंने हमेशा जीवन पर्यंत संघर्ष किया, भूरिया कमेटी की सिफारिशों को लागू करना, ग्राम सभा को शक्तिशाली बनाना, पांचवी अनुसूची को मजबूत रखना, पेशा कानून, भूमि अधिग्रहण कानून का पालन करना, उनकी इच्छा को हम जरूर पूरा करेंगे.
बंदी उरांव से बहुत कुछ सीखने को मिला: रामेश्वर उरांव
रामेश्वर उरांव ने कहा कि अपने पुलिस कार्यकाल में और राजनीतिक जीवन में भी बंदी उरांव से बहुत कुछ सीखने का मौका मिला, पारिवारिक रिश्ते होने के बावजूद उनका मार्गदर्शन और आशीर्वचन सदैव मिलता रहा, जीवन के ऐसे अनछुए पहलू थे, जहां उनके साथ रहने का मौका मिला, कांग्रेस के क्षेत्रीय अध्यक्ष होने के नाते उन्होंने पार्टी को एक नई राह दिखाने का काम किया, अलग झारखंड राज्य के निर्माण में भी उन्होंने आंदोलन किए और मुखर होकर अलग राज्य बनाने के लिए संघर्ष किया और लड़ाइयां लड़ी. कांग्रेस नेताओं का मानना है कि बंदी उरांव ने पार्टी की मजबूती के लिए बहुत काम किया था, उसे आगे बढ़ाने की सख्त जरूरत है. उनके निधन से पार्टी की और राज्य की अपूरणीय क्षति हुई है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें और परिजनों को दुख सहने की शक्ति दें.