रांची: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के भोजपुरी भाषा के समर्थन में दिए गए बयान और राज्य के शिक्षा मंत्री को लेकर दी गई प्रतिक्रिया पर राजनीति गरमाने लगा है. लालू प्रसाद के बयान के बाद झारखंड के पूर्व विधायक सूर्य सिंह बेसरा उन्हें चुनौती देने राजकीय अतिथिशाला के बाहर पहुंच गए. हालांकि, लालू प्रसाद को चुनौती देने पहुंचे सूर्य सिंह बेसरा स्टेट गेस्ट हाउस के बाहर से ही मीडिया के सामने बयान देकर निकल गए.
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दरअसल, झारखंड में भाषा विवाद को लेकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा है कि भोजपुरिया समाज किसी से नहीं डरता है. अगर यहां के मंत्री हमारी भाषा का विरोध कर रहे हैं तो मैं उनका विरोध करता हूं. शिक्षामंत्री झारखंड का बयान बेतुका है. लालू प्रसाद के इस बयान के बाद झारखंड के पूर्व विधायक सूर्य सिंह बेसरा ने आज राजकीय अतिथिशाला के बाहर पहुंचकर कहा कि मैं लालू यादव को चुनौती देता हूं, कल उन्होंने कहा कि जो भोजपुरी का विरोध करेगा, मैं उसका विरोध करूंगा, तो मैं आज भोजपुरी का विरोध कर उन्हें चुनौती देने आया हूं.
सूर्य सिंह बेसरा ने कहा कि वे भोजपुरी भाषा का लुरोध नहीं करते, ना ही भोजपूरी बोलने वालों का लेकिन झारखंड में भोजपुरी बोलने वाले बहुत कम हैं, यह बिहार की भाषा है. लालू प्रसाद पहले बिहार में भोजपुरी को भाषा का दर्जा दिलवाएं, झारखंड की चिंता करना छोड़ दें. उन्होंने कहा लालू प्रसाद को कल आने वाले अपने चारा घोटाला से संबंधित फैसले की चिंता करने की जरूरत है कि उन्हें जेल होगी या बेल. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राजद गठबंधन में है, इसलिए स्थानीय नीति बनने में अड़चन डाली जा रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री मांग की है कि राजद को गठबंधन से हटाया जाए.