रांचीः राजधानी के कांके स्थित रिनपास में 23.50 एकड़ जमीन पर बन रहे कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर का पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान सांसद संजय सेठ और स्थानीय विधायक समरी लाल मौजूद रहे. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने विश्वास जताते हुए कहा कि विश्वस्तरीय सुविधाओं और अत्याधुनिक तकनीक से लैस कैंसर अस्पताल झारखंड के कैंसर मरीजों के लिए वरदान साबित होगा.
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पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य में हमारी सरकार थी, तब इस कैंसर अस्पताल का ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में शिलान्यास किया गया था. उन्होंने कहा कि राज्य के कैंसर मरीजों को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली और मुंबई जाना पड़ रहा है. इससे काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. उन्होंने कहा कि मोमेंटम झारखंड कार्यक्रम में रतन टाटा पहुंचे तो उनसे अनुरोध करते हुए कहा कि टाटा की कर्मभूमि झारखंड है. इस कर्मभूमि पर टाटा ट्रस्ट की ओर से कैंसर हॉस्पिटल बनना चाहिए. रतन टाटा ने तत्काल सहमति दी और शिलान्यास करते हुए काम शुरू किया गया.
एक-दो माह में काम हो जाएगा पूरा
उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर का लगभग काम पूरा हो गया है. अगले एक-दो महीने में शेष काम पूरा हो जाएगा. 2022 से कैंसर मरीजों का इलाज भी शुरू हो जाएगा. इस अस्पताल के शुरू होने के बाद झारखंड की जनता को कहीं भी जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य सरकार की जिम्मेदारी बताते हुए कहा कि अधिक से अधिक स्थानीय लोगों को प्रशिक्षण दें, ताकि अस्पताल में रोजगार मिल सके.
स्थानीय लोगों को मिलेगी वरीयता
विधायक समरी लाल ने कहा कि स्थानीय लोगों को योग्यता के आधार पर कैंसर हॉस्पिटल में काम मिलेगा. उन्होंने कहा कि तृतीय और चतुर्थ वर्गीय पद पर स्थानीय लोगों को वरीयता मिलेगी. इसको लेकर राज्य सरकार के साथ साथ रतन टाटा से भी बात करेंगे.
50 बेड से की जाएगी शुरुआत
नवंबर 2018 में कैंसर हॉस्पिटल का शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास और रतन टाटा ने किया था. इस हॉस्पिटल का संचालन राज्य सरकार और रतन टाटा ट्रस्ट मिलकर करेगी. अस्पताल का संचालन 50 बेड शुरू किया जाएगा और अगले कुछ वर्षों में 200 बेड तक एक्सटेंशन किया जाएगा. टाटा कैंसर हॉस्पिटल कोलकाता और भुवनेश्वर के एक्सपर्ट के मार्गदर्शन में रांची कैंसर हॉस्पिटल का संचालन होगा. यह पहला कैंसर केयर सेंटर होगा, जहां मरीजों के अटेंडेंट के लिए हॉस्टल की सुविधा होगी. इसके साथ ही डॉक्टर और स्टाफ के लिए आवासीय परिसर होगा. इसके साथ ही नेचुरोपैथी से हीलिंग के लिए एक पार्क भी बनाया जाएगा.