रांचीः राजधानी के एक निजी होटल में फूड, एग्रीकल्चर एंड डेयरी नेशनल समिट का आयोजन किया गया. इसमें लोगों को जागरूक किया गया कि बाजार में मिलने वाली सस्ती चीजें शरीर के लिए काफी घातक होती है.
नगर विकास मंत्री ने किया संबोधित
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर मुख्य अतिथि नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने किया. मौके पर कांके विधायक जीतू चरन राम और हटिया विधायक नवीन जायसवाल मौजूद रहे. नगर विकास मंत्री ने कहा कि सस्ते रिफाइंड तेल में कई तरह के केमिकल होते हैं. भारत में बिना तेल के खाना बनाना काफी मुश्किल सा है. उन्होंने कहा कि चारों ओर मीडिया में मंदी की खबर छायी हुई है पर मीडिया यह नहीं बता रही है कि मंदी का स्तर क्या है. ऑटो मोबाइल सेक्टर घाटे में चल रहा है पर इसका एक मुख्य कारण यह है कि बाजार में कारो की कीमत में बढ़ोत्तरी से यह मंदी ने दस्तक दी है.
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एसोचैम द्वारा नेशनल समिट का आयोजन
कृषि विभाग के विशेष सचिव सह सलाहकार प्रदीप कुमार हजारी ने बताया कि एसोचैम ने नेशनल समिट का आयोजन किया है. इसमें फूड एग्रीकल्चर एंड डेयरी के क्षेत्र में झारखंड की क्या भूमिका है, इस क्षेत्र में झारखंड में कितनी संभावना है इस विषय पर विशेषज्ञों ने अपनी अपनी राय दी. उन्होंने ने कहा कि झारखंड में प्राइवेट क्षेत्र में एग्रीकल्चर का कितना प्रतिशत इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा देने पर विचार की गई है. ताकि प्राइवेट में इन्वेस्टमेंट करने वाले लोग इस क्षेत्र से जुड़ेंगे.
उन्होंने कहा कि झारखंड में हरी सब्जियों के क्षेत्र में बेहतर काम हुआ है. झारखंड से भिंडी, लाह, चिरौंजी, ईमली भारी मात्रा में बाहर जा रहे है, जिससे काफी मुनाफा हो रहा है. फिलहाल भारत के जीडीपी में झारखंड 1.53 प्रतिशत ही योगदान है, लेकिन सब्जियों के उत्पादकता से भारत मे झारखंड के सहयोग बढ़ेगा. फिलहाल झारखंड में 38 लाख हेक्टेयर 16 प्रतिशत माइनिंग और 16 प्रतिशत कृषि के क्षेत्र से जीडीपी शामिल है. साथ ही 40-42 टन सब्जियां झारखंड से बाहर भेजी जा रही है.