रांची. भारतीय सेना के एक कर्नल समेत 20 जवानों के भारत चीन सीमा पर शहीद होने की घटना पर प्रदेश के व्यापार और उद्योग जगत के प्रतिनिधि संस्था फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने बुधवार को दुख व्यक्त करते हुए शहीद जवानों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है. साथ ही उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है. चैंबर ने कहा है कि हमें जवानों की वीरता पर गर्व है. साथ ही केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि हमें आर्थिक मोर्चे पर आत्मनिर्भर बनने के लिए कारोबार को लेकर चीन पर निर्भरता कम करनी चाहिए.
चीन से जितने सामान का आयत किया जाता है. उसका उत्पादन देश में शुरू किया जाए और चीनी कंपनियों को सरकारी प्रोजेक्ट से भी दूर रखा जाए. चैंबर अध्यक्ष कुणाल अजमानी ने कहा है कि चीन के विकास में भारत की जो भूमिका है, उसे चीन ने कभी नहीं माना है. ऐसे में अब समय आ गया है कि भारत बार-बार अपनी भूमिका का एहसास कराए. उन्होंने कहा कि जरूरत है कि देश में ऐसे प्रोडक्ट बनें जो मेड इन इंडिया और मेड फॉर द वर्ल्ड हों. अगर हम लोकल फोर वोकल के संकल्प के साथ देश में बने उत्पादों का उपयोग करें तो ना सिर्फ भारत एक मैन्युफैक्चरिंग हब बनेगा. बल्कि इससे अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी.
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उन्होंने प्रदेश के व्यापार और उद्योग जगत से अपील की है कि राष्ट्रहित में चाइनीज वस्तुओं का उपयोग धीरे धीरे कम करें. वहीं, चैंबर के महासचिव धीरज तनेजा ने कहा है कि चाइनीस सामानों का उपयोग अचानक कम हो यह संभव नहीं है, लेकिन धीरे-धीरे इन्हें अपनी रोजमर्रा की जिंदगी से समाप्त करते रहना होगा और स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग से मांग बढ़ेगी. इसी बहाने देश में स्थानीय इकाई आत्मनिर्भर होगी. उन्होंने कहा है कि इससे छोटी-छोटी वस्तुओं के नए उद्योग लगाने के अवसर भी सामने आएंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि सैनिकों की शहादत को बेकार नहीं जाने देंगे. प्रदेश के व्यापारी धीरे-धीरे चीन निर्मित वस्तुओं की बिक्री बंद करें. इससे आर्थिक मोर्चे पर चीन को हराने में व्यापारी समाज बड़ी भूमिका निभा सकता है.