रांचीः रांची के डोरंडा थाना क्षेत्र के सेटेलाइट चौक मेकॉन खटाल के पास शनिवार को रेलवे की जमीन पर रास्ते को लेकर विवाद शुरू हुआ. इस विवाद के दौरान दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी, पथराव और तोड़फोड़ किया गया. इस मामले में डोरंडा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें 46 नामजद आरोपी बनाए गए हैं.
यह भी पढ़ेंःरांची: बाजार में दुकान का शटर गिराकर की जा रही थी कपड़ों की बिक्री, खुलासे पर दुकान सील
एक पक्ष की ओर से 32 नामजद आरोपी बनाए गए है तो दूसरा पक्ष ने 14 नामजद को आरोपित बनाया गया है. एक पक्ष की ओर से संजय कुमार ने लिखित शिकायत की है, जिसमें 14 नामजद और एक दर्जन अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज करने का अनुरोध किया गया है. वहीं दूसरे पक्ष चितरंजन प्रसाद ने संजय कुमार समेत 32 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई है.
दोनों पक्षों का एक-दूसरे पर आरोप
संजय कुमार की ओर से दर्ज प्राथमिकी में 14 नामजद अभियुक्त बनाए गए हैं, जिसमें आरोप लगाया गया कि चितरंजन प्रसाद, रवि रंजन प्रसाद समेत अन्य आरोपितों ने रेलवे की जमीन पर वर्षों से बने रास्ता को बंद कर दिया. इसका विरोध किया तो ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गईं. इसके साथ ही लाठी-डंडे से मारपीट की गई. इस घटना में चार लोगों को गोली लगी है और कई लोग घायल हो गए हैं. संजय ने आवेदन में आरोप लगाया कि आरोपितों ने जबरन रेलवे की जमीन पर कब्जा कर कई दुकानें बना ली है. चितरंजन प्रसाद ने डोरंडा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. वहीं, पुलिस ने दर्ज प्राथमिकी के आधार पर जांच में जुट गई है.
फायरिंग करने वालों में दो आरोपी गिरफ्तार
डोरंडा थाने की पुलिस ने गोलीबारी मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी में चितरंजन प्रसाद और रवि रंजन प्रसाद शामिल है. इसके साथ ही पुलिस ने आरोपितों के लाइसेंसी हथियार को जब्त कर लिया है. मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने घटना के बाद शनिवार को एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया था, जिसमें दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
युवक को गोली लगने के बाद आक्रोश हुए लोग
सेटेलाइट कॉलोनी के समीप स्थित मेकॉन गेट और रेलवे ब्रिज के रास्ते वाले बस्ती में रास्ते के विवाद ने शुक्रवार से ही माहौल तनावपूर्ण था. इसी विवाद में शुक्रवार को भी मारपीट हुई थी. मारपीट के बाद थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी. वहीं, कमलेश नामका युवक उसी रास्ते से घर लौट रहा था, तभी चितरंजन और उसके समर्थकों ने मारपीट शुरू कर दिया. इसके बाद कमलेश पक्ष के लोगों ने चितरंजन के परिवार वालों पर पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया. पत्थरबाजी के दौरान ही चितरंजन की ओर से फायरिंग की गई, जिसमें 4 लोग घायल हो गए. इसके बाद स्थानीय लोग ज्यादा आक्रोशित हो गए.