रांची: राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने केंद्रीय गाइडलाइन के तहत अभिभावकों से स्कूल खोले जाने को लेकर उनका फीडबैक मांगा है. एक लिंक के जरिए अभिभावकों को फीडबैक देने को कहा गया है. ईटीवी भारत ने भी ग्राउंडस्तर पर राजधानी के अभिभावकों से स्कूल खोले जाने को लेकर उनकी राय जानने की कोशिश की है.
बच्चों के हेल्थ को प्रायरिटी दे रहे हैं अभिभावक
केंद्रीय मानव संसाधन विकास विभाग के निर्देश पर राज्य शिक्षा परियोजना परिषद ने विद्यालय खोलने से संबंधित ऑनलाइन फीडबैक प्राप्त करने के संबंध में बच्चों के माता-पिता को एक लिंक जारी किया है. इस दौरान अभिभावकों से राय मांगी गई है कि आखिर स्कूल कब खोला जाना चाहिए. ईटीवी भारत की टीम ने भी रांची के अभिभावकों से स्कूल खोले जाने को लेकर उनकी राय ऑन द स्पॉट मांगी है. इस मामले को लेकर अभिभावक अलग-अलग राय दे रहे हैं. वे लोग सबसे पहले बच्चों के हेल्थ को प्रायरिटी दे रहे हैं.
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शिक्षा विभाग ने मांगी है राय
भारत सरकार की ओर से कोविड-19 के मद्देनजर विद्यालय खोलने से संबंधित अभिभावकों के राय मांगे गए हैं और इसी कड़ी में झारखंड राज्य के सभी प्रकार के विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों से भी राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने स्कूल खोलने को लेकर राय मांगी है.
ईटीवी भारत की टीम ने भी जानी अभिभावकों की राय
ईटीवी भारत की टीम ने भी ग्राउंड लेवल पर रांची के अभिभावकों से इस संबंध में राय मांगी है. अभिभावकों का कहना है कि कोरोना महामारी की रफ्तार कम होने के बाद ही स्कूल खोले जाने को लेकर विचार करनी चाहिए. कुछ अभिभावक वैक्सीन आने के बाद स्कूल खोले जाने के फेवर में हैं. अभिभावकों का सीधे तौर पर कहना है कि पहले चरण में सीनियर बच्चों की क्लासेस शुरू करने की जरूरत है. वहीं, अंतिम चरण में जूनियर बच्चों का क्लास शुरु करना होगा.
बच्चे नहीं रख पाएंगे सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल
बच्चे सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रख पाएंगे और न ही मास्क लगाकर रखेंगे. ऐसे में हर तरह से विचार-विमर्श करने के बाद ही स्कूल खोले जाने पर सहमति बनाई जा सकती है, लेकिन फिलहाल दूर-दूर तक स्कूल न खोले जाने की नसीहत ही अभिभावक प्रशासन को दे रहे हैं.