रांची: राजधानी रांची के खादगढ़ा बस स्टैंड में व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए नगर निगम की तरफ से पहल की जा रही है. जिससे बस चालकों और बस मालिकों को काफी राहत मिलेगी. दरअसल, राजधानी के खादगढ़ा बस स्टैंड में नगर निगम की तरफ फास्ट टैग की सुविधा शुरू की जा रही है. जिसके माध्यम से बस स्टैंड के बसों का भाड़ा अब सीधे नगर निगम के खाते में जाएगा. इस व्यवस्था के लागू होने से अब टेंडर प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी. बस मालिकों को अपनी बसों को स्टैंड में लगाने के किराए के लिए ठेकेदारों से झीग-झीग नहीं करना पड़ेगा और वह अपने बसों को स्वतंत्र रूप से अपने स्थान पर लगा सकेंगे.
टेंडर प्रक्रिया होगी खत्म, नगर निगम खुद वसूलेगी भाड़ा: इस प्रक्रिया को शुरू करने को लेकर नगर निगम के उप नगर आयुक्त कुंवर सिंह पाहन ने कहा कि कई बार टेंडर जारी करने के बाद भी टेंडर प्रक्रिया में ठेकेदारों के द्वारा हिस्सा नहीं लिया जाता था. जिस वजह से पुराने टेंडर के अनुसार ही नगर निगम टैक्स वसूलती थी. इसमें कई बार ठेकेदारों के द्वारा मनमानी भी की जाती थी.
बसों में लगाई जाएगी स्कैनिंग मशीनः उन्होंने बताया कि नई प्रक्रिया के तहत बसों में स्कैनिंग मशीन लगाई जाएगी. इससे जैसे ही बस चालक अपनी बस को लेकर स्टैंड के अंदर प्रवेश करेंगे वैसे ही बस लगाने का टैक्स नगर निगम के अकाउंट खुद ब खुद हस्तांतरित हो जाएगी. उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से नेशनल हाईवे पर टोल टैक्स के लिए फास्ट टैग का उपयोग किया जाता है, ठीक उसी प्रकार राजधानी के बस स्टैंड पर बस लगाने के लिए यह तकनीक की शुरुआत की जाएगी. नगर उप आयुक्त कुंवर सिंह पाहन ने बताया कि इस तरह की सुविधा भारत में संभवतः पहली बार किसी बस स्टैंड पर शुरू होने जा रही है.
बस चालकों और मालिकों को मिलेगी राहतः वहीं नगर निगम की इस पहल को लेकर बस चालक संघ के अध्यक्ष राणा बजरंगी सिंह ने कहा कि निश्चित रूप से इस सुविधा से बस चालकों और मालिकों को राहत मिलेगी. टेंडर के माध्यम से जब भाड़ा वसूला जाता है तो कई बार अनियमितता बरती जाती है. नगर निगम से भाड़े का दर जो तय किया जाता है ठेकेदार उससे ज्यादा पैसा बस मालिकों और चालकों से वसूलते हैं. उन्होंने टेंडर प्रक्रिया में आने वाली दिक्कतों को लेकर बताया कि कई बार बस में यदि अत्यधिक सामान लोड किया जाता है तो उसका भी भाड़ा ठेकेदारों के द्वारा अलग से वसूला जाता है. यदि फास्ट टैग की व्यवस्था नगर निगम की तरफ से शुरू हो जाएगी तो चालकों और बस मालिकों को अतिरिक्त भाड़ा देने से राहत मिलेगी.
ठेकेदारों की मनमानी पर लगेगा अंकुशः गौरतलब है कि खादगढ़ा बस स्टैंड में अक्सर ठेकेदारों की मनमानी का मामला सामने आता है, लेकिन यदि नगर निगम की तरफ से फास्ट टैग की तकनीक लागू की जाएगी तो निश्चित रूप से आने वाले समय में ठेकेदारों की मनमानी और वसूली से बस चालकों और मालिकों को राहत मिलेगी.