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झारखंड में किसानों को झेलनी पड़ रही है दोहरी मार, लॉकडाउन के बाद अब महंगा हुआ बीज - किसानों को बीज महंगा मिल रहा है

लॉकडाउन और बेमौसम बारिश ने पहले ही किसानों की कमर तोड़ दी है. मानसून आने से किसानों के चेहरे पर थोड़ी खुशी देखने को मिली, लेकिन बाजार में बिकने वाले कृषि उपकरण और बीज की कीमतों में उछाल आ गई है, जिससे वो एक बार फिर मायूस नजर आ रहे हैं.

झारखंड में किसानों झेलनी पड़ रही है दोहरी मार
Farmers facing too much problem in ranchi
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Published : Jun 23, 2020, 8:20 PM IST

Updated : Jun 23, 2020, 11:34 PM IST

रांची: लॉकडाउन के दौरान झारखंड में किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. मानसून आने से किसानों के चेहरे पर थोड़ी खुशी देखने को मिली, लेकिन बाजार में बिकने वाले कृषि उपकरणों की कीमतों में उछाल आ गई है, जिससे वो फिर से परेशान दिख रहे हैं. ट्रांसपोर्ट बंद होने और किराया बढ़ने का हवाला देकर दुकानदारों ने कृषि में उपयोग होने वाले उपकरण और खाद-बीज की कीमतों में काफी बढ़ोतरी कर दी है, जिससे किसान एक बार फिर मायूस नजर आ रहे हैं.

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कृषि सामग्री की कीमतों में वृद्धि

लॉकडाउन ने पहले ही किसानों की कमर तोड़ दी है. ऐसे में अब खेती में उपयोग होने वाले कृषि सामग्री की कीमतों में वृद्धि होने से किसानों को दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है. होलसेल दुकानदारों का कहना है कि चीन से आने वाले कई सामानों की कीमतों में वृद्धि हुई है. ट्रांसपोर्टिंग में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सामानों को मंगाने पर डबल भाड़ा लग रहा है. इस वजह से कृषि के सामानों में वृद्धि हुई है. वहीं, किसानों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से पहले ही फसलों में काफी नुकसान हुआ है. ऐसे में मानसून के सही समय पर आने से थोड़ी खुशी हुई थी, लेकिन दुकानों में सामानों की किमतों में बढ़ोतरी हो गई है, जिससे उन्हें दोहरी मार झेलना पड़ रहा है.

ये भी पढ़ें-गिरिडीह में मिला एक कोरोना मरीज, गांव को किया गया सेनेटाइज

बीज की कीमतों में वृद्धि होने से किसान परेशान

किसानों का कहना है कि जिस धान बीज की किमत 900 रुपये बोरी थी, आज वह बढ़कर 1200 हो गई है. यानी सभी सामानों में करीब 30 से 40% तक की वृद्धि की गई है. पायनियर हाइब्रिड धान बीज की कीमत 260 से 300 रुपये प्रति किलो थी जो बढ़कर 280 से 330 रुपये प्रति किलो हो गई. वायर 6444 धान बीज की कीमत 270 से बढ़कर 295 रुपये किलो और एडवांटा धान बीज की कीमत 260 से बढ़कर 280 रुपये प्रति किलो हो गई है. अचानक बीज की कीमतों में वृद्धि होने से किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके बावजूद किसान धान का बीज खरीदने को मजबूर है.

मक्का बीज की कीमत में भी बढ़ोतरी

मक्का बीज की कीमत 120 से बढ़कर 150 रुपये प्रति किलो हो गई है. हरी सब्जियों के बीजों में भी वृद्धि हुई है. फ्रेंच बीन बीच 100 ग्राम की कीमत 60 -70 रुपए थी जो बढ़कर 100 रुपए प्रति किलो हो गई है. पालक साग बीज की कीमत 100 रुपये प्रति किलो थी जो बढ़कर 140 रुपए प्रति किलो हो गई है. इसके साथ ही स्प्रे मशीनों की मांग बढ़ने के कारण इसकी कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है. 900 -1100 रुपए में बिकने वाले स्प्रे मशीन आज बाजार में 1100 -1300 रुपए प्रति पीस बिक रहा है.

रांची: लॉकडाउन के दौरान झारखंड में किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. मानसून आने से किसानों के चेहरे पर थोड़ी खुशी देखने को मिली, लेकिन बाजार में बिकने वाले कृषि उपकरणों की कीमतों में उछाल आ गई है, जिससे वो फिर से परेशान दिख रहे हैं. ट्रांसपोर्ट बंद होने और किराया बढ़ने का हवाला देकर दुकानदारों ने कृषि में उपयोग होने वाले उपकरण और खाद-बीज की कीमतों में काफी बढ़ोतरी कर दी है, जिससे किसान एक बार फिर मायूस नजर आ रहे हैं.

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कृषि सामग्री की कीमतों में वृद्धि

लॉकडाउन ने पहले ही किसानों की कमर तोड़ दी है. ऐसे में अब खेती में उपयोग होने वाले कृषि सामग्री की कीमतों में वृद्धि होने से किसानों को दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है. होलसेल दुकानदारों का कहना है कि चीन से आने वाले कई सामानों की कीमतों में वृद्धि हुई है. ट्रांसपोर्टिंग में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सामानों को मंगाने पर डबल भाड़ा लग रहा है. इस वजह से कृषि के सामानों में वृद्धि हुई है. वहीं, किसानों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से पहले ही फसलों में काफी नुकसान हुआ है. ऐसे में मानसून के सही समय पर आने से थोड़ी खुशी हुई थी, लेकिन दुकानों में सामानों की किमतों में बढ़ोतरी हो गई है, जिससे उन्हें दोहरी मार झेलना पड़ रहा है.

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बीज की कीमतों में वृद्धि होने से किसान परेशान

किसानों का कहना है कि जिस धान बीज की किमत 900 रुपये बोरी थी, आज वह बढ़कर 1200 हो गई है. यानी सभी सामानों में करीब 30 से 40% तक की वृद्धि की गई है. पायनियर हाइब्रिड धान बीज की कीमत 260 से 300 रुपये प्रति किलो थी जो बढ़कर 280 से 330 रुपये प्रति किलो हो गई. वायर 6444 धान बीज की कीमत 270 से बढ़कर 295 रुपये किलो और एडवांटा धान बीज की कीमत 260 से बढ़कर 280 रुपये प्रति किलो हो गई है. अचानक बीज की कीमतों में वृद्धि होने से किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके बावजूद किसान धान का बीज खरीदने को मजबूर है.

मक्का बीज की कीमत में भी बढ़ोतरी

मक्का बीज की कीमत 120 से बढ़कर 150 रुपये प्रति किलो हो गई है. हरी सब्जियों के बीजों में भी वृद्धि हुई है. फ्रेंच बीन बीच 100 ग्राम की कीमत 60 -70 रुपए थी जो बढ़कर 100 रुपए प्रति किलो हो गई है. पालक साग बीज की कीमत 100 रुपये प्रति किलो थी जो बढ़कर 140 रुपए प्रति किलो हो गई है. इसके साथ ही स्प्रे मशीनों की मांग बढ़ने के कारण इसकी कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है. 900 -1100 रुपए में बिकने वाले स्प्रे मशीन आज बाजार में 1100 -1300 रुपए प्रति पीस बिक रहा है.

Last Updated : Jun 23, 2020, 11:34 PM IST
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