रांची: मकर संक्रांति के मौके पर लालू यादव की चर्चा विशेष तौर पर की जाती है, क्योंकि लालू यादव मकर संक्रांति के मौके पर अपने प्रशंसकों के साथ खुल कर मिलते थे और दही चूड़ा का भव्य भोज आयोजित करते थे, लेकिन पिछले कुछ सालों से चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता होने के कारण लालू यादव का रिम्स के पेइंग वार्ड में ही मकर संक्रांति बीत रहा है. इस बार लालू यादव की मकर सक्रांति काफी सुनी रही, क्योंकि उनके प्रशंसक और समर्थक दही चूड़ा पहुंचाने के लिए रिम्स के पेइंग वार्ड के बाहर नहीं देखे गए.
कोर्ट से लगे फटकार के बाद प्रशंसक भी लालू यादव से मिलने से परहेज कर रहे हैं. वहीं जेल मैनुअल को लेकर जेल प्रबंधन और जिला प्रशासन के तरफ से भी काफी शख्ति बरती गई है. विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लालू यादव भी अपने गिरते स्वास्थ्य को देखते हुए खुद भी दही चुड़ा खाने से परहेज कर रहे हैं. उन्होंने सिर्फ मकर संक्रांति मनाने के लिए नाम मात्र दही चूड़ा खाया, जिसके लिए उन्होंने डॉक्टरों से अनुमति भी ली थी.।
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राजद कार्यकर्ताओं ने किया दही चूड़ा का वितरण
लालू यादव के प्रशंसक सुरेंद्र यादव ने बताया कि उनके नेता का मकर संक्रांति इस बार काफी सुना-सुना बीता है, जबकि हर साल मकर संक्रांति के मौके पर वह पटना में अपने आवास पर भोज के माध्यम से पूरे राज्य और देश के लोगों को मकर सक्रांति की शुभकामनाएं देते थे, लेकिन इस साल सजायाफ्ता होने के कारण वो प्रशंसकों के बीच नहीं हैं. उन्होंने कहा कि उनकी विचारधारा को कायम रखने के लिए पूरे राज्य में राजद कार्यकर्ता और प्रशंसक गरीबों के बीच दही चूड़ा का वितरण कर रहे हैं, साथ ही यह प्रार्थना कर रहे हैं कि उनके प्रिय नेता लालू यादव अगले मकर संक्रांति के मौके पर उनके बीच हों.