नई दिल्लीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि केंद्र सरकार से झारखंड को क्या मदद चाहिए? झारखंड की किस क्षेत्र में केंद्र सरकार की ओर से अनदेखी हो रही है? राज्य की हर क्षेत्र में मौजूदा स्थिति क्या है? उसमें केंद्र सरकार कहां तक सहायता पहुंचा सकती है, यह सब केंद्र सरकार को पता है. पिछले एक साल में कोरोना वायरस के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री से भी बात किया.
हेमंत सोरेन ने कहा कि 2 दिन से मैं दिल्ली आया हुआ हूं. केंद्रीय गृह मंत्री से मैं मिला, झारखंड संबंधित कई मुद्दों पर बातचीत हुई. मेरी बातों को केंद्रीय गृह मंत्री ने ध्यानपूर्वक सुना और कहा कि झारखंड में विकास की गति और तेज करिए, केंद्र सरकार झारखंड की हर संभव मदद करेगी, केंद्र सरकार राज्य सरकार के साथ मजबूती से खड़ी रहेगी.
सोनिया-राहुल से मिले सीएम हेमंत
सीएम हेमंत ने कहा कि दिल्ली में मैंने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की थी, उस वक्त कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी मौजूद थे. सालभर बाद मैं उनसे मिला. झारखंड में JMM-कांग्रेस गठबंधन की सरकार चल रही है, एक साल का कामकाज कैसा रहा इस पर मंथन हुआ. आने वाले 4 साल में सरकार और मजबूती से कैसे चले इस पर भी बातचीत हुई, उन्होंने मुझे शुभकामनाएं दी.
सीएम ने गिनाई उपलब्धियां
हेमंत सोरेन ने कहा कि पिछले महीने झारखंड सरकार के एक साल पूरे हुए हैं. एक साल में हमने जनता के हित के लिए कई अहम निर्णय लिए. नई टूरिज्म पॉलिसी आई, नयी उद्योग और स्पोर्ट्स पॉलिसी आ रही है, खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति हो रही है, 20 साल में पहली बार खेल पदाधिकारियों की नियुक्ति हुई. अतिरिक्त 15 लाख लोगों को राशन कार्ड मुहैया कराया, पेंशन योजना को यूनिवर्सल किया.
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केंद्र और राज्य सरकार में कई मुद्दों पर मतभेद
केंद्र और झारखंड सरकार के बीच कई मुद्दों पर मतभेद था. जीएसटी के मुआवजे, दामोदर घाटी निगम (DVC) के बकाए पर केंद्र के रुख ने तल्खी को और बढ़ा दिया था. झारखंड सरकार के आग्रह को दरकिनार करते हुए केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने दो किश्तों में बकाया राशि सीधे आरबीआई खाते से काटी है. कोयला के रॉयल्टी के मुद्दे पर भी झारखंड के अनदेखी हो रही है. केंद्र सरकार से झारखंड को जो फंड मिलना चाहिए, वह भी नहीं मिल रहा है. इन सब के कारण केंद्र और झारखंड सरकार के बीच टकराव बढ़ रहा था लेकिन हेमंत सोरेन दिल्ली आए. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले. केंद्रीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी से मिले और इन मुलाकातों के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दावा किया है कि अब दोनों सरकार के बीच सब कुछ ठीक है. झारखंड सरकार की केंद्र सरकार हरसंभव मदद करेगा.