रांची: इंटर और मैट्रिक बोर्ड की परीक्षाएं मई महीने में आयोजित की जा रही है. इसकी तैयारियां झारखंड एकेडमिक काउंसिल के साथ-साथ जिला प्रशासन की ओर से भी की जा रही है. परीक्षा केंद्रों को लेकर एक बड़ा निर्णय लिया गया है. इस बार एक हजार परीक्षा केंद्र कोरोना के मद्देनजर बढ़ाए जा रहे हैं.
परीक्षा की तैयारियों में जुटा प्रशासन
परीक्षाओं की तैयारी को लेकर जैक और जिला प्रशासन जुट गया है. संयुक्त रूप से लगातार झारखंड एकेडमिक काउंसिल के पदाधिकारी और जिला प्रशासन के अधिकारी बैठक कर रहे हैं और कोविड-19 के मद्देनजर जारी गाइडलाइन के तहत कैसे एग्जाम कंडक्ट किया जाए. इस संबंध में विचार-विमर्श का दौर भी जारी है. गौरतलब है कि पिछले वर्ष राज्य भर में 1400 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, लेकिन इस बार 2500 केंद्र पूरे राज्य में बनाए जाएंगे. ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का सही तरीके से ख्याल रखा जा सके.
सभी परीक्षा केंद्रों पर होंगे सीसीटीवी कैमरे
सीसीटीवी कैमरा करने को लेकर भी जिला प्रशासन की ओर से निर्देश दिया गया है. जहां सीसीटीवी कैमरा नहीं है वहां जल्द से जल्द इसे लगाने और दुरुस्त करने को लेकर आदेश दिया गया है. परीक्षा केंद्र बढ़ाने के लिए जरूरत पड़ने पर इंटर कॉलेज और डिग्री कॉलेजों में भी परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा और ऐसे स्थानों को चिन्हित कर अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे. नए केंद्र बनाने वाले परीक्षा केंद्रों की पूरी डाटा मांगी गई है. वहीं परीक्षा में किसी भी तरीके का कोई परेशानी न हो इसे लेकर निर्देश भी जारी हुआ है.
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नई शिक्षा नीति को लेकर हुई बैठक
इधर रांची विश्वविद्यालय के एनएसएस विंग और विद्या भारती उच्च शिक्षण संस्थान नोएडा के साथ-साथ आदित्य प्रकाश जालान टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के संयुक्त तत्वाधान में आरयू के लीगल स्टडीज सेंटर के सभागार में एक दिवसीय क्षेत्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस दौरान राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर विशेष रूप से चर्चा की गई .मौके पर रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश कुमार पांडे, प्रति कुलपति कामिनी कुमार, 30 B.Ed कॉलेज के कुल 150 शिक्षकों ने हिस्सा लिया. इस दौरान कई शिक्षाविद भी मौजूद दिखे. राष्ट्रीय शिक्षा नीति को हर हाल में लागू करने को लेकर विशेष रूप से चर्चा हुई.