रांचीः पूर्व सीएम रघुवर दास ने विधानसभा में नमाज कक्ष का आवंटन किए जाने को असंवैधानिक बताया है. उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि नमाज पढ़ने के लिए लिखित रूप से रूम आवंटित कर स्पीकर ने असंवैधानिक कार्य किया है. इसके खिलाफ भाजपा आंदोलन करती रहेगी. रघुवर दास ने कहा कि हेमंत सरकार की नियोजन नीति से झारखंड के युवाओं को कोई लाभ नहीं मिलेगा. हिन्दी एवं मैथिली, मगही, भोजपुरी जैसी द्वितीय राजभाषा को सरकार की उपेक्षा का दंश नहीं झेलने देंगे.
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नमाज कक्ष आवंटन सहित विभिन्न मुद्दों पर बीजेपी सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन कर रही है. इस कड़ी में विधानसभा में नमाज कक्ष आवंटन के मुद्दे पर बुधवार को बीजेपी के विधानसभा घेराव का कार्यक्रम है. झारखंड बीजेपी की ओर से आयोजित किए जा रहे इस विधानसभा घेराव में राज्यभर से भाजपा कार्यकर्ता राजधानी पहुंचे हैं. राजधानी की सड़कें बैनर पोस्टर से पटी हैं. घेराव कार्यक्रम का नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश करेंगे. यह पहला मौका है जब राज्य का कोई पूर्व मुख्यमंत्री विधानसभा के घेराव कार्यक्रम में शामिल हो रहा है.
भाषा का विवाद
रघुवर दास ने हेमंत सरकार की नियोजन नीति और भाषा विवाद पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में जिन भाषाओं को द्वितीय राजभाषा का स्थान मिला, उसे जानबूझकर कायम नहीं रखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस सरकार की नई नियोजन नीति से झारखंड के युवाओं को कोई लाभ नहीं मिलने वाला. उन्होंने इसे वापस लिए जाने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही.
यह है पूरा मामला
गौरतलब है कि विधानसभाध्यक्ष के निर्देश पर उपसचिव नवीन कुमार के हस्ताक्षर से विधानसभा सचिवालय ने पिछले 2 सितंबर को एक चिठ्ठी जारी की थी, जिसमें नमाज अदा करने के लिए विधानसभा में एक कमरा आवंटित करने की बात कही गई है. जिसके बाद से प्रदेश का सियासी तापमान चढ़ा हुआ है. जहां विपक्ष इस मुद्दे पर राज्यव्यापी आंदोलन कर रहा है तो सत्तारूढ़ दल भी भाजपा पर निशाना साध रहे हैं. इसी को लेकर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास बुधवार को भाजपा के विधानसभा घेराव कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे हैं. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत के रांची संवाददाता भुवन किशोर झा से खास बातचीत की. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार की नीतियों पर बेबाक राय रखी.