रांची: विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है. घोषणा पत्र जारी होने के बाद राजधानी सहित राज्य के सभी मतदाता घोषणा पत्र में शामिल किए मुद्दे के आधार पर मत करने को लेकर विचार कर रहे हैं.
राज्य के डॉक्टरों और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कर्मचारियों ने ईटीवी भारत के पास अपनी राय रखी. डॉक्टरों ने कहा कि राज्य के विकास के लिए झारखंड में स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार को अभी और भी काम करने की जरूरत है.
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डॉक्टरों के हित के लिए कई कार्य बांकी
रिम्स के सर्जरी डिपार्टमेंट के वरिष्ठ डॉक्टर शीतल मलवा बताते हैं, कि समाज के हर वर्ग के लोगों को अपने-अपने हिसाब से मत करने का अधिकार है, लेकिन अगर डॉक्टरों की बात करें तो राज्य के डॉक्टरों के हित के लिए अभी कई महत्वपूर्ण कार्य बाकी हैं.
आईएमए के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर चंद्रशेखर ने बताया कि लोगों को बेहतर सरकार चुनने के लिए 5 वर्षों में एक बार मौका मिलता है, इसलिए इस बार डॉक्टर वर्ग भी राज्य के मुद्दों पर अपना मत देने का काम करेगी, क्योंकि विधानसभा चुनाव में लोग अपना मतदान राज्य के मुद्दों के आधार पर करते हैं. वहीं, उन्होंने स्वास्थ्य के क्षेत्र में और डॉक्टरों के हित को लेकर और भी काम करने की सभी पार्टियों से अपील की.
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स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार की जरूरत
डॉ पंकज बोदरा ने कहा कि जिस प्रकार से पिछली सरकार ने काम किया है, उसे देखकर अभी और भी स्वास्थ्य के क्षेत्र में विकास करने की जरूरत देखी जा रही है, साथ ही उन्होंने बताया कि डॉक्टरों के हित के लिए भी सरकार को ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने क्लिनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट को लेकर डॉक्टरों के खिलाफ कदम उठाए थे. क्लिनिकल प्रोटेक्शन एक्ट को लेकर भी सरकार सुस्त दिख रही थी. इसीलिए इस बार हम वैसे सरकार को अपना मत देना चाहेंगे जो डॉक्टर और मरीजों दोनों के लाभ का ख्याल रखे.
वहीं, डॉक्टरों ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ देने का मुद्दा जिन्होंने भी घोषणा पत्र में शामिल किया है. उसे ही मतदान किया जाएगा.