धनबादः नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन (गोमो)पर गुरुवार की सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब स्टेशन पर अनाउंसमेंट हुआ कि रांची-दुमका एक्सप्रेस का एक बोगी दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. घटना की सूचना मिलते ही यात्रियों में थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी मच गई. एंबुलेंस का सायरन बजने के बाद कई यात्री चिंतित दिखे, लेकिन बाद में मामला कुछ और ही निकला.
दरअसल, स्टेशन पर कोई कोई रेल हादसा नहीं हुआ था, बल्कि रेल प्रशासन के द्वारा एक मॉकड्रिल की गई थी. हादसे के वक्त अपनी तैयारियों को मॉकड्रिल के माध्यम से रेलवे की ओर से परखा गया.
स्टेशन पर रेल हादसे का अनाउंसमेंट होते ही रेलवे कंट्रोल में उपस्थित कर्मियों के हाथ-पांव फूल गए. जिसके बाद धनबाद से अधिकारी और कर्मी गोमो स्टेशन पर पहुंच राहत कार्य में जुट गए. मॉकड्रिल के दौरान ट्रेन की बोगी में 40 यात्री सवार थे. जिसमें 15 यात्री घायल थे. घायल यात्रियों में चार की हालत गंभीर थी. जबकि सात यात्रियों को आंशिक चोट आई थी. घटना के बाद दुर्घटनाग्रस्त बोगियों में चीख-पुकार मच गई.
घटना के बाद रेलकर्मियों ने उक्त बोगी को काटकर स्ट्रेक्टर की मदद से घायलों को बाहर निकाला और उपचार के लिए एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया. घटना के बाद एनडीआरएफ, आरपीएफ, हरिहरपुर पुलिस भी त्वरित कार्रवाई में जुट गई. साथ ही धनबाद मंडल रेल प्रबंधक, आरपीएफ कमांडेंट समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए.
मौके पर मौजूद डीआरएम कमल किशोर सिन्हा ने कहा कि आपदा के समय हमारी कई टीमें काम करती हैं. मॉकड्रिल के माध्यम से यह जानकारी लेने की कोशिश की गई कि एनडीआरएफ के साथ-साथ अन्य जो टीम हैं वह आपदा में किस तरह से तत्पर रहती है. इस मॉकड्रिल में स्थानीय प्रशासन और आम जनता की भूमिका सराहनीय रही.
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