रांची: झारखंड मंत्रालय में सचिवालय में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई थी कि कर्मियों की पहचान के बाद ही सचिवालय के भीतर जाने दिया जाए, जो लोग भी सचिवालय पहुंचे उन्हें सिर्फ गेट पर सेनेटाइजर दिया गया. सुबह 10:30 बजे लाइव के दौरान ईटीवी भारत ने इस मसले को जोर-शोर से उठाया. इसके करीब 1 घंटे बाद प्रोजेक्ट भवन के दोनों गेट पर थर्मल स्कैनिंग शुरू की गई.
खास बात है कि प्रोजेक्ट भवन कैंपस में सेनेटाइजेशन के काम में कई लोग लगाए गए थे, लेकिन सबसे बड़ा मसला यही था कि प्रोजेक्ट भवन से चंद किलोमीटर की दूरी पर ही कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट जोन बना हिंदपीढ़ी इलाका है इसलिए कर्मचारियों की एंट्री से पहले थर्मल स्क्रीनिंग सुनिश्चित की जानी चाहिए थी.
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20 अप्रैल को प्रोजेक्ट भवन और सचिवालय में काम काज तो शुरू हुआ लेकिन यह तय नहीं हो पाया था कि किस विभाग में कितने अफसर और कितने कर्मचारियों को आना है. अब विभाग बार रोस्टर तैयार किया जा रहा है और इसी आधार पर कल से दोनों सचिवालय में कर्मचारी पहुंचेंगे.