रांचीः राजधानी के कांटा टोली फ्लाईओवर के निर्माण के दौरान बड़ा हादसा हुआ है. निर्माण के दौरान एक क्रेन पलट गया. जिससे वहां काम कर रहे हैं एक सिविल इंजीनियर की दर्दनाक मौत हो गई(Engineer killed in accident during construction). हादसे से मृतक परिजनों और मजदूरों में आक्रोश है. घटना लोअर बाजार थाना क्षेत्र की है.
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कैसे हुआ हादसा: मिली जानकारी के अनुसार कटाटोली फ्लाईओवर निर्माण के दौरान क्रेन से पाइलिंग हटाने का काम किया जा रहा था इसी दौरान क्रेन अनियंत्रित हो गया और पास में ही खड़े सिविल इंजीनियर चूड़ामणि और एक मजदूर के ऊपर गिर पड़ा. हादसे की सूचना मिलते ही तुरंत कंपनी के लोगों के द्वारा ही राहत और बचाव का कार्य शुरू किया गया और आनन-फानन में दूसरे क्रेन की मदद से सिविल इंजीनियर और मजदूर को बाहर निकाल कर अस्पताल भेजा गया, हालांकि इलाज के दौरान डॉक्टरों ने सिविल इंजीनियर चूड़ामणि को मृत घोषित कर दिया. वहीं हादसे में गंभीर रूप से घायल मजदूर को रिम्स में प्राथमिक इलाज करने के बाद बेहतर इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. जहां उसकी स्थिति भी गंभीर बनी हुई है.
पाइलिंग का काम कर रही है चामुंडा पाइल: गौरतलब है कि काफी जद्दोजहद के बाद कांटाटोली फ्लाईओवर का निर्माण तेजी के साथ किया जा रहा है, फ्लाईओवर निर्माण का कार्य दिनेशचंद्र आर अग्रवाल कंपनी को दिया गया है. वहीं, कंपनी के द्वारा ही फ्लाईओवर के निर्माण में होने वाले पाइलिंग का काम पेटी कॉन्ट्रैक्ट के रूप में चामुंडा पाइल प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है. दिस इंजीनियर चूड़ामणि की हादसे में मौत हुई है. वह चामुंडा पाइल प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारी हैं.
गुमला के रहने वाले थे इंजीनियर: हादसे में जान गंवाने वाले सिविल इंजीनियर चूड़ामणि झारखंड के गुमला जिले के रहने वाले हैं. सिविल इंजीनियर की पढ़ाई करने के बाद में चामुंडा फाइल प्राइवेट लिमिटेड में बतौर सिविल इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे थे. जब से कांटा टोली फ्लाईओवर का निर्माण चल रहा है तब से वे रांची में रहकर ही पाइलिंग का काम देख रहे थे.
घटना के बाद आक्रोश में है अभियंता: फ्लाईओवर निर्माण के दौरान हुए हादसे में अपने साथी की मौत से साइट पर काम करने वाले सभी अभियंता बेहद आक्रोशित हैं. आक्रोशित अभियंताओं ने रिम्स और साइट पर हंगामा भी किया. हालांकि मौके पर पुलिस की टीम ने उन्हें शांत करवाया.
उचित मुआवजा मिलेगा: वहीं, दूसरी तरफ फ्लाईओवर निर्माण का काम कर रही कंस्ट्रक्शन कंपनी ने हादसे में मारे गए सिविल इंजीनियर को हर तरह की सहायता और मुआवजा देने का भरोसा दिलाया है.