रांची: हाई सिक्योरिटी जोन में शुमार राजधानी रांची के मोरहाबादी में गैंगवार की घटना के बाद पूरा सिस्टम एक्टिव हो गया है. एक तरफ पूरे मोराबादी इलाके में धारा 144 लागू कर दिया गया है तो दूसरी तरफ तमाम ठेला, खोमचा हटाने का भी निर्देश जारी हो चुका है. इसके अलावा मोरहाबादी मैदान के चारों तरफ और आसपास के क्षेत्रों में हुए अतिक्रमित भूमि की दिन भर मापी की गयी. अंचल अधिकारी शहर और बड़गाईं की देखरेख में मापी की गई. जनजातीय शोध संस्थान भवन, मोरहाबादी से लेकर मिलन पैलेस तक अतिक्रमित भूमि का नक्शा और भूमि के विवरण के साथ जिला प्रशासन की टीम ने जमीन मापी की.
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दरअसल, रांची के अपर समाहर्ता ने मोरहाबादी के आसपास के तमाम इलाकों की अधिक्रमित भूमि की माफी के साथ-साथ नक्शा और जमीन के विवरण पर 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है. इस बीच दिन भर मोरहाबादी इलाके में पुलिस की गश्त जारी रही. ठेला और खोमचा हटाने के लिए बुलडोजर के साथ-साथ कई ट्रैक्टर और ट्रक मोरहाबादी मैदान में तैनात कर दिया गया है. दूसरी तरफ दुकानदारी से बेदखल होने की आशंका को देखते हुए मैदान के दूसरी तरफ कई ठेला खोमचा वाले दिन भर जमा रहे. वही फुटबॉल स्टेडियम के उत्तरी छोर पर आम दिनों की तरह सब्जी और फल वालों ने अपनी दुकानें लगाई.
इधर, सीपीएम के नेता एसके राय ने मोरहाबादी मैदान इलाके में धारा 144 लागू करने और ठेला खोमचा हटाने के प्रशासन के निर्देश को तुगलकी फरमान बताया है. सोनिका कि 30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि है. इस मौके पर मोराबादी स्थित बापू वाटिका में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के लिए लोग जुटते हैं. लिहाजा, धारा 144 लागू करना सरासर गलत है.